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Kota News: कोटा में खाद संकट, रबी फसल के लिए डीएपी की सप्लाई कम, अतिरिक्त सामान का दबाव

कोटा: राजस्थान के कोटा संभाग में डीएपी खाद की भारी कमी के कारण किसान परेशान हैं. रबी की फसल के लिए जरूरी डीएपी खाद की मांग बढ़ने के बावजूद किसानों को इस खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर किसानों को डीएपी के बजाय अन्य प्रकार के उर्वरक दिए जा रहे हैं, और इसके साथ ही जबरन अटैचमेंट के रूप में अन्य सामान भी थमाए जा रहे हैं, जिनकी किसानों को बिल्कुल आवश्यकता नहीं है. इस कारण किसान और दुकानदार दोनों ही खासी दिक्कतों में हैं.

किसान नेता गिर्राज गौतम ने बताया कि कोटा संभाग में रबी की फसल के लिए लगभग 2 लाख मीट्रिक टन डीएपी की आवश्यकता है, जबकि अब तक बाजार में केवल 30,000 से 35,000 मीट्रिक टन डीएपी की ही आपूर्ति हुई है. यह स्थिति उस समय उत्पन्न हुई है, जब किसान अपनी सोयाबीन और धान की फसल बेचकर अगली रबी फसल की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, खाद की कमी और साथ में जबरन दिए जा रहे अनावश्यक अटैचमेंट के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है.

अटैचमेंट के साथ दी जा रही अनावश्यक सामग्रीकिसान बताते हैं कि खाद के साथ जबरन जिंक और अन्य उत्पाद अटैचमेंट के रूप में दिए जा रहे हैं, जिनकी उन्हें बिल्कुल आवश्यकता नहीं है. किसानों को यह अतिरिक्त सामान लेना पड़ रहा है, क्योंकि अटैचमेंट के बिना खाद नहीं मिल रही है. इससे किसानों को हजारों रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे हैं, जो उनके लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है.

कृषि विभाग से सुधार की मांगकिसानों का कहना है कि कृषि विभाग ने एक महीने पहले ही राज्य सरकार को सूचित किया था कि रबी फसल के लिए खाद की भारी मांग हो सकती है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. किसानों का कहना है कि यह स्थिति उनके लिए नुकसानदेह हो रही है, और उन्हें उचित खाद की आपूर्ति के साथ-साथ जबरन दिए जा रहे अटैचमेंट से राहत चाहिए. यह स्थिति न केवल किसानों के लिए बल्कि दुकानदारों के लिए भी परेशानी का कारण बन रही है, क्योंकि उन्हें अनावश्यक सामान के साथ खाद बेचने में कठिनाई हो रही है.

Tags: Kota news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 13:39 IST

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