Cabinet Reshuffle-expansion Postponed Till 15th September – विधायकों की फिर टूटी आस, अब 15 सितंबर तक टला मंत्रिमंडल फेरबदल-विस्तार

-जिलाध्यक्षों और कार्यकारिणी विस्तार भी मंत्रिमंडल फेरबदल के बाद, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत और 9 सितंबर से शुरू हो रहे हैं विधानसभा सत्र के चलते टला है मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल, कांग्रेस आलाकमान ने फिलहाल कवायद पर लगा दिया है ब्रेक, मंत्रिमंडल फेरबदल में केवल होगी माइनर सर्जरी, 2 से 3 मंत्री ही हटेंगे

फिरोज सैफी/जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत नासाज होने और 9 सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के मद्देनजर गहलोत सरकार में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल फेरबदल, विस्तार एक बार फिर टलता दिख रहा है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल अब 15 सितंबर के बाद ही संभव हो सकेगा।
मंत्रिमंडल विस्तार, फेरबदल को लेकर शीर्ष स्तर स्तर पर चल रही कवायद पर फिलहाल कांग्रेस आलाकमान ने ब्रेक लगा दिया है। अब मुख्यमंत्री के पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद ही मंत्रिमंडल फेरबदल की कवायद को फिर से शुरू किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली आने का भी इंतजार है। ऐसे में अब मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार की आस लगाकर बैठे पायलट कैंप के साथ-साथ गहलोत कैंप के विधायकों को भी अब थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।
फेरबदल में होगी माइनर सर्जरी
एआईसीसी से जुड़े विश्वस्त सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल फेरबदल में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, फेरबदल में केवल माइनर सर्जरी होगी। कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल फेरबदल में केवल दो या तीन मंत्रियों की छुट्टी होगी। इसके अलावा मंत्रिमंडल विस्तार में सात से आठ मंत्रियों को जगह मिल सकती है। इनमें कई चेहरे ऐसे भी होंगे जो पहली बार मंत्री बनेंगे।
पायलट खेमे से तीन विधायक होंगे कैबिनेट में
वहीं चर्चा यह भी है कि मंत्रिमंडल विस्तार में सचिन पायलट कैंप से तीन विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सहमत बताए जाते हैं।
संगठन विस्तार भी मंत्रिमंडल के बाद
इधर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की ओर से पहले संकेत दिए गए थे कि संगठन विस्तार मंत्रिमंडल विस्तार से पहले होगा लेकिन अब बदले हालातों के बीच दिल्ली में यह तय हो पाया है कि मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार के बाद ही कांग्रेस के जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार होगा। हालांकि जिलाध्यक्षों की सूची इस बार तीन किश्तों में आएगी। कार्यकारिणी विस्तार में भी दो दर्जन नेताओं को उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, कोषाध्यक्ष और प्रवक्ता बनाया जा रहा है।
दिल्ली दौरे से पहले हुई थी मुख्यमंत्री की तबीयत खराब
दरअसल मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार पर कांग्रेस आलाकमान से बात करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शुक्रवार को दिल्ली जाना था। लेकिन शुक्रवार शुक्रवार सुबह ही उनकी तबीयत अचानक नासाज होने पर उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती करना पड़ा जहां पर उनकी सफल एंजियो प्लास्टी के बाद डॉक्टरों ने उन्हें 15 दिन आराम की सलाह दी है और कामकाज से दूर रहने को कहा है। इसके अलावा 9 सितंबर से विधानसभा का सत्र भी शुरू हो रहा जो 4 से 5 दिन चलने की संभावना है। इसे देखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने 15 सितंबर तक मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल को टाल दिया है।