Metro Neo Project To Be Connect Bhiwadi To RRTS – धारुहेड़ा-भिवाड़ी को जोड़ेगी 600 करोड़ की मेट्रो नियो, केन्द्र को भेजा प्रस्ताव

– आरआरटीएस कॉरिडोर से अलगाव होगा खत्म, 20 स्टेशन राजस्थान के, 7 हरियाणा के होंगे, एनसीआरटीसी दल ने देखा मौका
जयपुर. प्रदेश में ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्टिï्रयल टाउनशिप समेत एनसीआर में औद्योगिक विकास से सपने को करीब 600 करोड़ का मेटï्रो निओ प्रोजेक्ट पंख लगाएगा। एनसीआर में हाइ स्पीड ट्रेन की सुविधा देने वाले केन्द्र के रीजनल रैपिड टï्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस) से जब भिवाड़ी अछूता रहा तो राज्य सरकार ने इस नई परियोजना का मसौदा तैयार किया है।
सरकार ने प्रस्ताव पिछले दिनों केन्द्र को भेज दिया गया है। इसके तहत आरआरटीएस के एक्सटेंशन के तौर पर धारुहेड़ा स्टेशन से भिवाड़ी तक नियो मेटï्रो चलेगी। परियोजना में कुल 27 स्टेशन तय किए गए हैं, जिनमें सात स्टेशन हरियाणा में, जबकि बीस स्टेशन राजस्थान में होंगे। सिंगल या डबल कोच हाइ स्पीड ट्रेन धारुहेड़ा से भिवाड़ी होते हुए वापस धारुहेड़ा पर आरआरटीएस से जुड़ेगी। सूत्रों के अनुसार 12 व 13 अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक में परियेाजना का प्रेजेंटेशन देख लिया। अब राज्य की ओर से वित्तीय साझेदारी पर निर्णय होना बाकी है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनसीआरटीसी) के दल ने भी मौका देख कर प्रोजेक्ट को हरी झंड़ी दे दी है।
अब 150 करोड़ पर फैसला लेगी सरकार
परियोजना की वित्तीय साझेदारी के अनुसार 25 प्रतिशत हिस्सेदारी राज्य की और 25 प्रतिशत ही केन्द्र सरकार की होगी। इसके अलावा शेष 50 प्रतिशत राशि कॉर्पोरेशन के बाहरी सहायता से जुटाने का प्रस्ताव है। राज्य के खाते इसमें 150 करोड़ रुपए की जिम्मेेदारी आएगी। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर सहमति दे दी है, हालांकि अंतिम फैसला वित्त विभाग के स्तर पर होना शेष है।
क्यों पड़ी जरूरत
दरअसल, आरआरटीएस के तहत हाइ स्पीड ट्रेन के अलाइन्मेंट में धारुहेड़ा के बाद राजस्थान में एनएनबी पहला स्टेशन है। दूसरा सोतानाला और तीसरा अलवर है। जबकि धारुहेड़ा के बायीं ओर भिवाड़ी प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद इस अलाइन्मेंट पर नहीं आता। ऐसे में आरआरटीएस से वंचित रहता है। भिवाड़ी को अब इस हाइ स्पीड ट्रेन कॉरिडोर जोडऩे की योजना है।
सेवा क्षेत्र को बड़ा फायदा
आरआरटीएस और नियो मेट्रो को आर्थिक गतिविधियों के अलावा सेवा क्षेत्र के उद्योगों के लिए बड़ा फायदा माना जा रहा है। जैसे दिल्ली से मेट्रो कनेक्टिविटी केचलते आइटी और दूसरे सर्विस सेक्टर के पेशेवर गुरुग्राम, नोयडा तक अप-डाउन कर लेते हैं। ऐसे ही इस परियोजना से प्रदेश में पेशेवरों की नियमित आवाजाही सुविधाजनक होगी।
मेट्रो निओ प्रोजेक्ट: प्रमुख तथ्य
– परियोजना में कुल 27 स्टेशन तय किए हैं
– इनमें सात स्टेशन हरियाणा में, जबकि बीस राजस्थान में होंगे
– राज्य सरकार की योजना के अनुसार सिंगल या डबल कोच हाई स्पीड ट्रेन धारुहेड़ा से भिवाड़ी होते हुए वापस धारुहेड़ा पर आरआरटीएस से जुड़ेगी।
— हालांकि में मेट्रो निओ का समर्पित सड़क कॉरिडोर भी हो सकता है। ट्रैक पर अंतिम फैसला एनसीआरटीसी करेगा।