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श्रीगंगानगर की गाजर को मिलेगा नया ठिकाना, साधुवाली में बनेगी स्थायी मंडी, किसानों को होगा बड़ा फायदा

Last Updated:March 25, 2025, 18:35 IST

श्रीगंगानगर के साधुवाली में जल्द ही स्थायी गाजर मंडी बनेगी, जिससे किसानों को धुलाई और बिक्री की सुविधा मिलेगी. यहां 62.67 बीघा भूमि चिन्हित की गई है. सीजन में 100 करोड़ तक का कारोबार होता है.X
श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर में गाजर मंडी बनने से किसानों को फायदा होगा.

हाइलाइट्स

श्रीगंगानगर में स्थायी गाजर मंडी बनेगी.62.67 बीघा भूमि पर मंडी स्थापित होगी.किसानों को धुलाई और बिक्री की सुविधा मिलेगी.

अमित दुडी/श्रीगंगानगर. जिले के गाजर उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी है. श्रीगंगानगर के साधुवाली में जल्द ही स्थायी गाजर मंडी बनकर तैयार हो जाएगी. इसके लिए साधुवाली के पास गंगनहर के साथ खाली पड़ी जमीन को चिन्हित किया गया है. पुरानी एलएनपी की 62.67 बीघा भूमि पर गाजर मंडी बसाई जाएगी, जिससे जिले के गाजर उत्पादकों को बड़ा फायदा होगा.

फल-सब्जी मंडी को जमीन ट्रांसफर कीगाजर मंडी स्थापित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. दो दिन पहले एसडीएम की ओर से गठित कमेटी ने मौके पर सीमाज्ञान कर लिया है. सोमवार को कृषि उपज मंडी समिति फल-सब्जी को यह भूमि हस्तांतरित कर दी गई. कमेटी के अनुसार, चक 2डी के मुरब्बा नंबर 61 की 14.25 हेक्टेयर और चक 1एमएल के मुरब्बा नंबर 60/2 की 6.5960 हेक्टेयर गैर मुमकिन नहर में से 1.606 हेक्टेयर को मिलाकर कुल 15.858 हेक्टेयर (62.67 बीघा) भूमि गाजर मंडी के लिए चिन्हित की गई है.

20 हजार हेक्टेयर में होती है बुवाईश्रीगंगानगर क्षेत्र में लगभग 15 से 20 हजार हेक्टेयर में गाजर की बुवाई होती है. यहां की गाजर अपनी मिठास और सुर्ख लाल रंग के कारण देशभर में मांग में रहती है. फिलहाल, किसान गंगनहर के पटड़े पर ही गाजर की धुलाई कर व्यापारियों को बेचते हैं. साधुवाली के पास गाजर मंडी स्थापित होने के बाद किसानों को मंडी समिति की ओर से गाजर की धुलाई और बिक्री की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.

सीजन में 100 करोड़ तक का होता है कारोबारकृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीगंगानगर में गाजर का कारोबार 3 महीने के सीजन में 80 से 100 करोड़ रुपए तक पहुंच जाता है. गंगानगर मंडी में प्रतिदिन करीब 15 हजार क्विंटल गाजर की आवक हो रही है. यहां की बलुई दोमट मिट्टी और गहरी जुताई फसल के लिए अनुकूल मानी जाती है. किसान साल की शुरुआत में गेहूं की खेती करते हैं, जो अप्रैल में पककर तैयार हो जाती है. इसके बाद जुलाई तक खेत खाली छोड़ने के बाद, अगस्त में गाजर की बुवाई की जाती है, जो नवंबर तक पककर तैयार हो जाती है.

Location :

Ganganagar,Rajasthan

First Published :

March 25, 2025, 18:35 IST

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श्रीगंगानगर की गाजर का करोड़ों का कारोबार, जल्द बनेगी स्थायी गाजर मंडी, जानें

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