Children aged between 1 to 15 years, if symptoms like high fever headache Japanese fever – News18 हिंदी
दुर्गेश सिंह राजपूत / नर्मदापुरम: जापानी इंसेफेलाइटिस (जापानी बुखार) से सुरक्षित करने के लिए जिले में मंगलवार से टीकाकरण का महाभियान शुरू हो गया है. जिले में पहले दिन ही 6 हजार 271 बच्चों को जेई वैक्सीन लगाई गई. यह वैक्सीन 1 से 15 वर्ष तक के बच्चों को जापानी इंसेफेलाइटिस (जापानी बुखार) से सुरक्षित करने के लिए लगाई जा रही है. शासन का निर्देश है कि मंगलवार एवं शुक्रवार को यह टीके लगेंगे. नर्मदापुरम के साथ ही अभियान के दूसरे चरण में भोपाल, इंदौर और सागर जिले में भी टीके लगाए जाएंगे. पहले चरण में विदिशा एवं रायसेन जिलों में यह टीके लगाए जा चुके हैं. नर्मदापुरम जिले में 1 वर्ष से 15 वर्ष तक के कुल 4 लाख 3 हजार 193 बच्चों को चिहित किया गया है. यह जिले की कुल आबादी 14 लाख 3 हजार 614 का 33 प्रतिशत है.
जापानी बुखार के लक्षण
जापानी बुखार से पीड़ित होने पर सिरदर्द या ब्रेन टिशू की सूजन जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं. अन्य लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, गले में अकड़न, कपकपी, झटके आना प्रमुख है. बीमारी बढ़ने पर लकवे या कोमा में जाने की भी स्थिति बनती है. यह बीमारी क्यूलेस मच्छर के काटने से फिलेवियरस वायरस के कारण होती है. इस बीमारी से बचाव के लिए घरों के आसपास की साफ सफाई एवं जेई टीकाकरण प्रमुख है.
इन स्थानों पर लगेंगे टीके
सीएमएचओ डॉ. दिनेश दहलवार के अनुसार बताया गया कि अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. नर्मदापुरम जिले में 193 आंगनवाड़ी केन्द्रों सहित जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित पीएचसी, यूपीएचसी में 1 से 15 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों को जेई बीमारी से बचाव के टीके लगाए लगाए जा रहे हैं. इसमें 1 से 15 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों में जापानी बीमारी होने की संभावना सबसे अधिक रहती है. इस वजह से इस आयु वर्ग के बच्चों को यह टीका जरूर लगवाना चाहिए. इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 11:14 IST