भारत के आगे झुका चीन! कंपनी लगाने के लिए पकड़ा भारतीय कारोबारी का हाथ, अब यहीं बनेंगे चीन के मोबाइल
नई दिल्ली. भारत सरकार के रोक लगाने के बाद से चीन यहां के बाजार में पैठ बनाने के दूसरे रास्ते तलाश रहा था. आखिरकार उसे भारत के आगे झुकना ही पड़ा और देश में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए भारतीय कंपनी का हाथ पकड़ना पड़ा. इस साझेदारी में ज्यादातर हिस्सा भारतीय कंपनी का होगा, ताकि चीन के निवेश पर सरकार अपनी नजर बनाए रख सके. यह साझेदारी चीन की मोबाइल बनाने वाली कंपनी विवो इंडिया और डिक्सन के बीच हुई है, जो देश में स्मार्टफोन का निर्माण करेगी.
दरअसल, भारत में चीनी निवेश को स्थानीय बनाने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए स्मार्टफोन दिग्गज विवो ने डिक्सन टेक्नोलॉजीज के साथ एक संयुक्त उद्यम (JV) बनाने का निर्णय लिया है. इस JV में डिक्सन की 51% हिस्सेदारी होगी, जबकि बाकी हिस्सेदारी विवो इंडिया के पास होगी. डिक्सन और विवो इंडिया ने कहा कि उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, जिसमें स्मार्टफोन भी शामिल हैं, के OEM व्यवसाय को संभालने के लिए प्रस्तावित JV के लिए एक बाध्यकारी टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए हैं. हालांकि, न तो डिक्सन और न ही विवो इंडिया एक-दूसरे में कोई हिस्सेदारी रखेंगे.
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बनते रहेंगे मोटोरोला और नोकिया के मोबाइलडिक्सन ने कहा कि इस सौदे का उसके अन्य ब्रांडों जैसे मोटोरोला, गूगल पिक्सल और नोकिया के लिए अनुबंध निर्माण व्यवसाय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. कंपनी ने कहा, ‘दोनों पक्ष सभी शर्तों पर सहमत होंगे, जिन्हें अंतिम समझौतों में निर्धारित किया जाएगा. लेन-देन ऐसे अंतिम समझौतों के निष्पादन, पूर्व शर्तों की पूर्ति और भारत के विदेशी मुद्रा नियंत्रण कानूनों के तहत आवश्यक नियामक स्वीकृति के बाद ही स्पष्ट किया जाएगा.’ इससे पहले टाटा समूह भी विवो इंडिया के साथ एक सौदा करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन यह संभव नहीं हो सका.
शेयरों में दिखा तगड़ा उछालवीवो के साथ साझेदारी की खबरों के बाद डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आज तगड़ा उछाल देखा जा रहा है. सोमवार सुबह शुरुआती कारोबार में ही निवेशकों का सेंटिमेंट इस स्टॉक को लेकर पॉजिटिव देखा गया और कंपनी के शेयर 3 फीसदी बढ़त के साथ करीब 18,438 रुपये के भाव पर पहुंच गए. अगर पूरे साल को देखा जाए तो कंपनी के शेयरों में 175 फीसदी का बंपर उछाल आ चुका है.
दोनों कंपनियों ने बताया फायदे का सौदाडिक्सन के उपाध्यक्ष और एमडी अतुल बी लाल ने कहा कि कंपनी विवो इंडिया को एक आदर्श रणनीतिक साझेदार के रूप में देखती है जो गुणवत्ता, इंजीनियरिंग कौशल और ग्राहक संतुष्टि के उनके मूल्यों को साझा करता है. हमें विश्वास है कि यह सहयोग हमारे निर्माण उत्कृष्टता और श्रेष्ठ निष्पादन क्षमताओं को बढ़ावा देगा और भारतीय व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र में विवो की नेतृत्व क्षमता को मजबूत करेगा. विवो इंडिया के सीईओ जेरोम चेन ने कहा कि डिक्सन के साथ यह सौदा स्थानीय प्रबंधन अनुभव और उत्कृष्ट पेशेवर निर्माण कौशल लाता है. यह साझेदारी विवो इंडिया के वर्तमान निर्माण संचालन को प्रभावी ढंग से पूरा करेगी.
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FIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 12:49 IST