Rajasthan
Colors of folk music from ‘Kesariya Balam Aavo Ni Padharo Mhare Desh’ | ‘केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस’ से जमा लोक संगीत का रंग और उसके बाद सजी कव्वाली की महफिल
जयपुरPublished: Jan 21, 2023 07:05:23 pm
आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, कनोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय और स्पिकमैके जयपुर चैप्टर की ओर से दो दिवसीय श्रुति अमृत महोत्सव की आज से शुरूआत हुई।
‘केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस’ से जमा लोक संगीत का रंग
जयपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, कनोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय और स्पिकमैके जयपुर चैप्टर की ओर से दो दिवसीय श्रुति अमृत महोत्सव की आज से शुरूआत हुई। समारोह के पहले दिन देश के जाने-माने कव्वाल मोहम्मद अहमद वारसी नवाज़ और उनके साथियों ने एक से बढ़कर कव्वालियों और नामचीन लोक गायक भूंगर खां मांगणिहार और उनके साथियों ने राजस्थानी धरती की सौंधी महक से सराबोर लोक गीत पेश किए।