Congress Mohan Dagar Wins Jaipur Up Zila Pramukh Poll – जयपुर में कांग्रेस का उप जिला प्रमुख बना, कांग्रेस के मोहन डागर जीते

कांग्रेस के मोहन डागर ने जयपुर जिला उप प्रमुख का चुनाव जीत लिया है। मोहन डागर को 26 और भाजपा की राजकंवर को 25 वोट मिले।

जयपुर। जयपुर में आज फिर खेला हुआ। कांग्रेस के मोहन डागर ने एक वोट से जयपुर जिला उप प्रमुख का चुनाव जीत लिया है। 51 में से कांग्रेस के मोहन डागर को 26 और भाजपा की राजकंवर को 25 वोट मिले।
सोमवार को भी क्रॉस वोटिंग की वजह से जिला प्रमुख भाजपा की रमा देवी चुनी गई थी। आज फिर क्रॉस वोटिंग हुई, जिसमें कांग्रेस का उप जिला प्रमुख बना। उप जिला प्रमुख मोहन डागर ने भाजपा की राज कंवर को हराया है। मोहन डागर की जीत पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि लोकतंत्र में बिके हुए लोग कहां टिकते हैं। हम हर उधार का हिसाब बराबर रखते हैं।
प्रदेश के 6 जिलों में हुए जिला प्रमुखों के चुनाव में 4 जिलों में स्पष्ट बहुमत के बावजूद कांग्रेस को जयपुर जिला प्रमुख के चुनाव में सेंधमारी के चलते हार का सामना करना पड़ा, जबकि दौसा, सवाई माधोपुर और जोधपुर जिले में कांग्रेस अपना जिला प्रमुख बनाने में कामयाब हुई है तो वहीं भाजपा को केवल सिरोही जिले में स्पष्ट बहुमत मिला था लेकिन भाजपा ने सिरोही, भरतपुर और जयपुर जिले में अपना जिला प्रमुख बनाकर कांग्रेस को मात दे दी।
जयपुर जिला प्रमुख में हाई वोल्टेज ड्रामा
इधर जयपुर जिला प्रमुख के चुनाव में सोमवार सुबह हाईवोल्टेज ड्रामे के तहत कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुई रमा देवी कांग्रेस के खेमे में सेंधमारी कर 1 वोट से जिला प्रमुख का चुनाव जीत गईं। जिला प्रमुख के 51 वोटों में से 26 वोट रमा देवी को मिले तो 25 वोट कांग्रेस प्रत्याशी सरोज कुमारी शर्मा को मिले, जबकि जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस को 27 सीटें मिली थी और भाजपा को 24 सीटें मिली थी। बावजूद इसके भाजपा ने कांग्रेस के खेमे में सेंध लगा कर दो जिला परिषद सदस्यों को अपने पाले में ले लिया और अपना जिला प्रमुख बना लिया। बहुमत के बावजूद जयपुर जिला प्रमुख के चुनाव में भाजपा का जिला प्रमुख बनना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
सुबह हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
दरअसल सोमवार सुबह अचानक हुए हाई वोल्टेज ड्रामे के तहत चाकसू के वार्ड 17 से कांग्रेस के टिकट पर जिला परिषद सदस्य चुनी गई रमादेवी अचानक भाजपा मुख्यालय पहुंची और भाजपा में शामिल हो गईं। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें आनन-फानन में अपना जिला प्रमुख का उम्मीदवार घोषित कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने रमादेवी को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद रमा देवी भाजपा जिला प्रमुख प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरने पहुंची। इसके अलावा भाजपा ने डमी कैंडिडेट के तौर पर अचरज कंवर कभी नामांकन दाखिल करवाया लेकिन अचरज कंवर ने बाद में अपना नामांकन वापस ले लिया। कांग्रेस की तरफ से सरोज कुमार शर्मा ने नामांकन दाखिल किया था।
कांग्रेस के जिला परिषद सदस्यों ने किया पहले वोट
दोपहर 3 बजे पहले कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य बस में सवार होकर वोट डालने पहुंचे और जिला परिषद मुख्यालय में बने मतदान केंद्र पर वोट किया। हालांकि इस दौरान कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य जैकी टाटीवाल उनके साथ नहीं आए। उसके बाद भाजपा के जिला परिषद सदस्यों ने वोट किया लेकिन विचित्र स्थिति तब हुई जब कांग्रेस के टिकट पर जिला परिषद का चुनाव जीते जैकी टाटीवाल भाजपा के जिला परिषद सदस्यों के साथ वोट डालने पहुंचे। जैकी टाटीवाल को भाजपा नेताओं के साथ देखने से भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच नोकझोंक भी हुई। वोट डालने के बाद जैकी टाटीवाल भाजपा सदस्यों के साथ ही बस में सवार होकर रवाना हुए और उसके बाद आए परिणाम में भाजपा के जिला प्रमुख प्रत्याशी रामादेवी 1 वोट से जिला प्रमुख का चुनाव जीती। ऐसे में साफ है कि कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य जैकी टाटीवाल की ओर से क्रॉस वोटिंग करने भाजपा प्रत्य़ाशी रमादेवी जिला प्रमुख बन पाईं।