CEC पर कांग्रेस ने शुरू किया नया बखेड़ा, कहा- SC में 19 फरवरी को सुनवाई, तो क्यों बुलाई पहले बैठक?

Last Updated:February 17, 2025, 20:40 IST
CEC Appointment News: कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में 19 फरवरी को सुनवाई होनी थी. ऐसे में पहले मीटिंग क्यों बुलाई गई? सीईसी राजी…और पढ़ें
नए मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-समाने.
हाइलाइट्स
कांग्रेस ने CEC चयन बैठक पर सवाल उठाए.राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर होंगे.ज्ञानेश कुमार देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त हो सकते हैं.
नई दिल्ली. देश के मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. आज पहली बार मुख्य निर्वाचन आयुक्त को नुयिक्त कमिटी की बैठक हुई है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शामिल हुए हैं. इस बैठक में क्या हुआ यह तो अभी पता नहीं चल पाया है. लेकिन, जैसे ही राहुल गांधी इस बैठक से बाहर आए कांग्रेस नेताओं ने इस मीटिंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि जब इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 19 फरवरी को होना था तो आज सीईसी के चयन के लिए बैठक क्यों बुलाई गई?
कांग्रेस नेता अजय माकन मीडिया के सामने आकर कहा, ‘आज मुख्य चुनाव आयुक्त के चुनाव को लेकर बैठक हुई थी. कांग्रेस पार्टी का मानना है कि चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि 19 फरवरी को मामले की सुनवाई होगी और कमेटी का संविधान कैसा हो, इस पर फैसला दिया जाएगा. ऐसे में आज की बैठक टाल देनी चाहिए थी…’
सीईसी पर क्या होगा बवाल?बता दें कि देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर होने वाले हैं. इससे पहले संविधान है कि नए सीईसी की नियुक्ति हो जानी चाहिए. ऐसे में राजीव कुमार के उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए सोमवार को चयन समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भाग लिए. हालांकि, इस बैठक में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की शामिल होने की बात पहले से थी. लेकिन, बाद में अर्जुन राम मेघवाल की जगह अमित शाह मौजूद रहे.
कौन बनेगा देश का अगला सीईसी?आपको बता दें ति राजीव कुमार के बाद चुनान आयुक्त ज्ञानेश कुमार सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक है. लेकिन, ऐसा कहा जा रहा है कि केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार के नाम पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने असहमति जताई है. हालांकि, सीईसी की चयन करने वाली समिति का नेतृत्व भारत के प्रधानमंत्री करते हैं और इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता के साथ-साथ प्रधानमंत्री की ओर से नामित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य भी शामिल होते हैं.
आपको बता दें कि सीईसी का कार्यकाल पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह वर्ष तक हो सकता है. लेकिन, इस दौरान अगर सीईसी 65 साल के हो जाएंगे तो वह रिटायार हो जाएंगे. चाहे वह भले ही कार्यकाल समाप्त न हुआ हो. कुछ दिन पहले ही लोकसभा में कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर सीईसी की नियुक्ति पर निशाना साधा था. विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि सीईसी और ईसी की नियुक्ति की सिफारिश करने वाली चयन समिति से भारत के मुख्य न्यायाधीश का नाम हटाना सही नहीं है.
First Published :
February 17, 2025, 20:40 IST
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