COVID 19 : ONLINE INFORMATION HOSPITALS BEDS – COVID 19 : किस अस्पताल में कितने बैड खाली, मोबाइल पर मिलेगी जानकारी

शहर के अस्पतालों में खाली बैड की जानकारी (Information about empty beds hospitals) जल्द ही लोगों को ऑनलाइन (Online) मिलेगी। इसके लिए एप तैयार किया जा रहा है। एप तैयार (App ready) होने के बाद लोगों को मोबाइल पर ही अस्पताल में खाली कुल बैड, आईसीयू बैड, वेंटीलेटर बैड आदि की जानकारी मिल सकेगी। इससे लोगों केा अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

किस अस्पताल में कितने बैड खाली, मोबाइल पर मिलेगी जानकारी
— अस्पतालों में खाली बैड की मिलेगी ऑनलाइन जानकारी
— एक दो दिन में तैयार होगा एप
— जिला प्रभारी सचिव ने की जयपुर जिले में कोरोना स्थिति की समीक्षा
जयपुर। शहर के अस्पतालों में खाली बैड की जानकारी (Information about empty beds hospitals) जल्द ही लोगों को ऑनलाइन (Online) मिलेगी। इसके लिए एप तैयार किया जा रहा है। एप तैयार (App ready) होने के बाद लोगों को मोबाइल पर ही अस्पताल में खाली कुल बैड, आईसीयू बैड, वेंटीलेटर बैड आदि की जानकारी मिल सकेगी। इससे लोगों केा अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जयपुर जिले में कोविड-19 की दूसरी लहर से संक्रमण की रोकथाम के लिए नियुक्त जिला प्रभारी सचिव सुधांश पंत ने एप तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने बैठक लेकर जयपुर जिले में कोरोना स्थिति की समीक्षा भी की।
बैठक में पंत ने अधिकारियों से कहा कि मोबाइल एप के माध्यम से लोगों को लाइव अपडेट मिले कि किस अस्पताल में कितने बैड, कितने आईसीयू बैड, कितने वेंटीलेटर बैड आदि खाली है। एप के बारे में लोगों को बताने के लिए पर्याप्त प्रचार प्रसार भी किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से सैंपलिंग बढ़ाने तथा अस्पतालों में बैड तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिये। उन्होंने जयपुर के सरकारी व निजी चिकित्सालयों में बैड, ऑक्सीजन, वेन्टीलेटर तथा अन्य मेडिकल उपकरणों तथा व्यवस्थाओं की वर्तमान स्थिति तथा आने वाले समय में अधिक आवश्यकता होने पर आपूर्ति की पूर्व व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संकट के इस समय में जिले के सभी विभागों को एक टीम की तरह काम करना होगा। प्रभारी सचिव सुधांश पंत ने बताया कि अस्पतालों में खाली बैड की लोगों को ऑनलाइन जानकारी मिल जाए, इसके लिए एप तैयार किया जा रहा है, यह एप एक—दो दिन में तैयार हो जाएगा।