Crop Damage: विभागीय लापरवाही के कारण भरतपुर में नहर टूटने से किसानों पर टूटा कहर, 1000 बीघे में गेहूं बर्बाद

भरतपुर. भरतपुर जिले के डीग मुख्यालय के पास स्थित भरतपुर फीडर की नहर अचानक टूटने से आसपास के खेतों में पानी भर गया जिससे किसानो को गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं. यह घटना बरौली चौथ से 700 मीटर की दूरी पर पुल के पास हुई. नहर में करीब 12 घंटे पहले से ही रिसाव हो रहा था जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने तहसीलदार और सिंचाई विभाग को दे दी थी. लेकिन इसके बावजूद विभाग की लापरवाही और प्रशासन की निष्क्रियता के चलते आज सुबह नहर टूट गई जिससे किसानों की फसलें बर्बाद होने के कगार पर है.
1000 बीघा क्षेत्र में गेहूं की फसल प्रभावितनहर टूटने से लगभग 1000 बीघा क्षेत्र में गेहूं की फसल प्रभावित हो रही है.खेतों में पानी भरने के कारण फसलों के गलने की संभावना बढ़ गई है.बरौली चौथ के पास बहज, बरौली, नगला दादू और अन्य कई गांवों के खेतों में पानी भर गया है. ग्रामीणों ने बताया कि सिंचाई विभाग और प्रशासन को समय पर सूचना दी गई थी लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
किसानों को सता रहा फसल बर्बादी का डर स्थानीय किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए खुद ही जेसीबी मशीनों और मिट्टी के कट्टों का उपयोग कर नहर के पानी को रोकने का प्रयास शुरू किया. हालांकि अभी तक सिंचाई विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ रही है. किसानों का कहना है कि अगर समय रहते जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा.
उठाना पड़ेगा भारी आर्थिक नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपनी फसलों के नुकसान को लेकर चिंतित हैं. उनका कहना है कि गेहूं की फसल अगर ज्यादा समय तक पानी में डूबी रही तो पूरी तरह से गल सकती है. इसके अलावा अन्य फसलें भी प्रभावित हो सकती हैं. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. इस घटना ने प्रशासन और सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर रिसाव को रोका गया होता तो आज यह स्थिति नहीं आती.
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FIRST PUBLISHED : December 31, 2024, 22:26 IST