भारत के सबसे भूतिया गांव में बढ़ रही पर्यटकों की भीड़, जानें भानगढ़ में किस तरह पहुंच सकते हैं आप

पुष्पेंद्र मीना दौसा: राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है भानगढ़ का किला. इस किले को कुछ लोग प्रेत बाधा तो कुछ तांत्रिक द्वारा शापित मानते हैं. यह किला वर्षों से एक रहस्य है और भारत सरकार के पुरातत्व विभाग ने इस किले में रात के समय प्रवेश वर्जित कर रखा है. लेकिन जानकर हैरानी होगी कि जिसने रानी रत्नावती की कहानी और दुष्ट जादूगर से परे भानगढ़ किले के पास उजड़ चुके गांव एक बार फिर बस चुके हैं और पर्यटकों का आना जाना भी पहले की तरह शुरू हो गया, जानें इसके पीछे की वजह.
भानगढ़ किले का इतिहासलगभग 100 साल पहले, अजबगढ़ के झिंझड़ गांव में डरावने अनुभवों के किस्से थे. भारत के सबसे प्रेतवाधित स्थानों में से एक भानगढ़ किले के पास होने की वजह से अजबगढ़ गांव में देखे गए अजीब अनुभवों के कारण लोग गांव छोड़कर जाने लगे. इसके अलावा, जादूगर और काला जादू करने वालों ने गांव को शाप दिया, जिससे लोगों को अपने डर से घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. मवेशियों को चारा ना दे पाने और खेतों में पानी ना पहुंचने की वजह से लोग महानगरीय क्षेत्रों में आजीविका की तलाश में निकल गए.
भारत का सबसे भूतिया गांव है भानगढ़भानगढ़ का किला भारत के सबसे भूतिया स्थान के नाम से जाना जाता है और यह किला तभी शायद सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य बना हुआ है. रहस्यमयी होने की वजह से यह जगह कई लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती है. यहां की भूतिया कहानियों के कारण काफी टूरिस्ट इसे अपनी ट्रैवल लिस्ट में जरूर रखते हैं.
सावन के महीने में बढ़ गए पर्यटकभानगढ़ किले को देखने के लिए सावन के महीने में पर्यटकों की संक्या बढ़ती जा रही है. पर्यटक यहां की फोटो अपने-अपने मोबाइल में अलग-अलग अंदाज में कैद भी कर रहे हैं. बात करें शनिवार की तो यहां हजारों की संख्या में बच्चे और युवा और युवतियां भानगढ़ किले को देखने के लिए पहुंच रहे हैं.
कैसे करें भानगढ़ किले में प्रवेश?भानगढ़ किले में अगर प्रवेश करना है तो पहले गेट पर टिकट काटना होगा और टिकट कटने के बाद आपको सुरक्षा गार्ड के जवान टिकट चेक करने के बाद ही प्रवेश देंगे. इसके बाद पर्यटक प्रवेश करते हैं और पर्यटक शुरुआत में ही अधूरे पड़े बाजार को देखते हुए आगे बढ़ते हैं तो गणेश पोल पर पहुंचते हैं गणेश पोल के बाद मंदिरों में और किले में पहुंचते हैं.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?किले में प्रवेश के बाद हर कोई आखरी मंजिल तक पहुंचने का प्रयास करता है.जब भानगढ़ के किले में प्रवेश करते हैं लोग तो हर कोई भानगढ़ के किले के भवन को देखते हुए ऊपर बढ़ते हैं और ऊपर बढ़ते बढ़ते आखिरी में पहुंचने का हर युवक युवती और बुजुर्ग भी प्रयास करता है और आखिर में पहुंचकर ठंडी हवा और दृश्य कमरे में कैद करने के लिए फोटोशूट करते हैं. यहां से हर कोई मोबाइल में अपने फोटो शूट कर सोशल मीडिया पर डालता है. यहां शाम को 5-6 बजे के बाद रुकने नहीं दिया जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भानगढ़ के किले में श्याम 5-6 बजे बाद किसी को भी नहीं रुकने दिया जाता है. यह परंपरा पिछले काफी वर्षों से चली आ रही है और इसके चलते पीछे लोग कहते हैं रात के समय में यहां डरावनी घटनाएं होती है जिनके चलते यहां प्रवेश वर्जित रहता है जिसके चलते सुरक्षाकर्मी 5-6 बजे बाद सभी लोगों को बाहर निकाल कर ले आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 13:16 IST