90 policemen involved in gangster Anandpal encounter will be honored, will get a cash prize of one and a half million

चूरू. राजस्थान के चूरू जिले के मालासर में 24 जून 2017 को हुए कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह एनकाउंटर में शामिल 90 पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. आनंदपाल सिंह एनकाउंटर में CBI द्वारा क्लीन चिट देने के बाद अब इस संबंध में DGP एमएल लाठर की ओर से आदेश जारी किए गए हैं. सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मियों को एक लाख से लेकर 51 सौ रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. इसमें एक लाख से सम्मानित होने वाले 17, 50 हजार से 13, 25 हजार से 34 और 51 सौ रुपए नकद व प्रशंसा पत्र से 26 पुलिसकर्मी सम्मानित किए जाएंगे.
DGP लाठर की ओर से जारी आदेशों में बताया गया कि तीन सितंबर 2015 को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह को चालानी गार्ड के साथ न्यायालय डीडवाना भिजवाया गया था. पेशी के बाद उसे हाई सिक्योरिटी के साथ अजमेर जेल के लिए रवाना किया गया. बाद में तारीख पेशी के लिये आनंदपाल सिंह पेशी के लिए रवाना हुआ. उसके साथियों ने पुलिस को नशीली मिठाई खिलाकर बेहोश कर दिया. साथियों ने पुलिस वैन पर फायर हमला कर दिया. आनंदपाल सिंह दो साथियों के साथ हथियार, बुलेटप्रुफ जैकेट छीनकर फरार हो गया.
गैंगस्टर की गिरफ्तारी पर राज्य सरकार ने पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. साथ ही रुपन्द्रपाल सिंह, देवेन्द्र पाल सिंह व बलबीर सिंह पर तत्कालीन डीजीपी ने एक लाख रुपए व तेजपाल सिंह पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. एसओजी गैंगस्टर को लगातार तलाश कर रही थी, इस दौरान कांस्टेबल हंसराज व दुर्गादत्त को अपराधी विक्की, देवेन्द्र पाल सिंह, तेजपाल, बलबीर के हनुमानगढ़ में छिपने की सूचना मिली. ये सूचना मिली थी कि बदमाशों ने भादरा इलाके में 75 लाख रुपए की लूट की थी. बाद में पुलिस की विशेष टीम ने रुपेन्द्र पाल व देवेन्द्र सिंह को सुरेन्द्र महरिया के मकान से दबोचा.
पूछताछ करने पर गैंगस्टर आनंदपाल के चूरू जिले के ग्राम मालासर में श्रवण सिंह के घर छिपने की बात सामने आई. तत्कालीन एसपी राहुल बारहठ के नेतृत्व में गट्टू से मकान की तस्दीक कराई गई, टीम की ओर से गैंगस्टर को आत्मसर्म्पण करने के लिए कहा गया तो गैंगस्टर आन्नदसिंह फायरिंग करने लगा. पुलिस बल के सदस्यों ने आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की गई. गैंगस्टर की सही पोजिशन जानने के लिए दीवार पर एक शीशा लगाया गया. लाइट की रोशनी में आनंदपाल सिंह बर्स्ट फायर करता रहा, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए. पुलिस की फायरिंग में आनंदपाल सिंह सीढियों के पास आकर गिरा, नब्ज जांचने पर आंनदपाल सिंह की मौत हो चुकी थी.