Cyclone Remal: बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तट से टकराया ‘रेमल’, 4 घंटे जारी रहेगा तूफान का कहर, टॉप 10 प्वाइंट
Cyclone Remal: चक्रवात रेमल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि यह प्रक्रिया चार घंटे तक जारी रहने की उम्मीद है. यह मॉनसून से पहले के मौसम में बंगाल की खाड़ी में आने वाला पहला चक्रवात है. मौसम कार्यालय ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 26-27 मई को अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है. असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है. मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में 27-28 मई को भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. चक्रवात के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में पहुंचने पर 1.5 मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठने के कारण निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है.
मौसम विभाग ने कहा कि घने बादल भूमि के इलाके में प्रवेश कर रहे हैं. बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तूफान पहुंच गया है. यह अगले 4 घंटों तक जारी रहेगा. हवा की गति 110 से 120 किमी प्रति घंटे के बीच रहने की उम्मीद है और झोंके 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकते हैं.
तटीय जिलों में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि कोलकाता और इसके आसपास भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात रेमल की तैयारियों की जांच के लिए आज शाम एक बैठक की. उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य को पूरा समर्थन दिया है और इसे आगे भी जारी रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की और टीमों को तैयार रखा गया है. राज्य आपदा प्रबंधन और एनडीआरएफ की सोलह-सोलह बटालियन पहले से ही तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई हैं.
एहतियात के तौर पर तूफान के तट से टकराने से पहले ही हवाई और रेल यातायात बंद कर दिया गया है. कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने आज दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया है. पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं.
भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी ने कहा, उड़ान निलंबन अवधि के दौरान कुल 394 उड़ानें- अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों- संचालित नहीं होंगी.
कोलकाता और इसके आसपास के जिलों में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं. सड़कों पर यातायात कम हो गया है.
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने आसन्न चक्रवात की तैयारियों का आकलन करने के लिए दोपहर में अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि चक्रवात के बाद के परिदृश्यों से निपटने के लिए लगभग 15,000 नागरिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
बंगाल सरकार ने सुरक्षित आश्रयों के लिए सुंदरबन और सागर द्वीप सहित तटीय क्षेत्रों से लगभग 1.10 लाख लोगों को निकाला है.
तटीय क्षेत्रों, विशेषकर दीघा, शंकरपुर और ताजपुर में अधिकारियों ने सलाह जारी कर पर्यटकों से होटल खाली करने और एहतियात के तौर पर समुद्र में जाने से परहेज करने का आग्रह किया है.
बांग्लादेश में रविवार को संवेदनशील इलाकों से 800,000 से अधिक लोगों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाया गया है.
FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 23:40 IST