Dakshin Shakti :Integrated military exercise underway on western front

Dakshin Shakti: देश में एकीकृत कमान (Integrated Theatre Commands) से पहले एकीकृत युद्धाभ्यास (Integrated Combat Exercise) की शुरुआत हो चुकी है। भारत की पश्चिमी सीमा (Western Border) पर दक्षिण शक्ति (Dakshin Shakti Exercise) नाम से गुजरात (Gujarat) के सरक्रीक से लेकर जैसेलमेर के रेगिस्तान (Rajasthan) तक अभ्यास किया जा रहा है। कोरोना महामारी के बाद नई तकनीक और समन्वय नीति के साथ यह देश का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है।

जयपुर
Dakshin Shakti: देश में एकीकृत कमान (Integrated Theatre Commands) से पहले एकीकृत युद्धाभ्यास (Integrated Combat Exercise) की शुरुआत हो चुकी है। भारत की पश्चिमी सीमा (Western Border) पर दक्षिण शक्ति (Dakshin Shakti Exercise) नाम से गुजरात (Gujarat) के सरक्रीक से लेकर जैसेलमेर के रेगिस्तान (Rajasthan) तक अभ्यास किया जा रहा है। कोरोना महामारी के बाद नई तकनीक और समन्वय नीति के साथ यह देश का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है। इसमें भारतीय थल सेना (Indian Army), भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force), भारतीय नौसेना ( Indian Navy), भारतीय तटरक्षक बल (ICG) , सीमा सुरक्षा बल (BSF) सहित स्थानीय पुलिस भी भाग ले रही है।
दक्षिण शक्ति नाम से चल रहे इस युद्धाभ्यास में 30 हजार से अधिक सैनिक भाग ले रहे हैं। यह पहला मौका है जब इस तरह से केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाकर सभी सेनाओं और बलों के साथ युद्धाभ्यास किया जा रहा है। समावेशी युद्धाभ्यास में मुंबई जैसे हमले से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक तक की कार्रवाई का प्रबंधन और अभ्यास किया जा रहा है। सेनाओं ने इस बार के युद्धाभ्यास में अंतरिक्ष, साइबर, इलेक्ट्रानिक और सूचना के तंत्र को भी शामिल किया है।
कच्छ में हुआ सागर शक्ति युद्धाभ्यास
दक्षिण शक्ति युद्धाभ्यास के तहत गुजरात में सेना के साथ स्थानीय बलों ने भी भाग लिया है। सरक्रीक सेक्टर में 19 से 22 नवंबर तक हुए इस अभ्यास को सागर शक्ति का नाम दिया गया। कच्छ के रण से सरक्रीक सेक्टर तक हुए इस युद्धाभ्यास में गुजरात पुलिस,जल पुलिस और यहां तक गुजरात का मत्स्य विभाग भी शामिल रहा।
26 को शौर्य देखने आएंगे राजनाथ सिंह
दक्षिण शक्ति युद्धाभ्यास में चल रही सभी सेनाओं और बलों के समन्वय और शौर्य को देखने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जैसेलमेर पहुंच रहे हैं। वह 26 नवंबर को जैसेलमेर में आएंगे। यहां वह सभी एजेंसियों के साथ हो रहे इस युद्धाभ्यास को देखेंगे।