महंगी हुई विदेशी शराब: तस्करों उठा रहे लाभ, फर्जी लेबल, असली दारू
विदेशों में इम्पोर्ट होने वाली महंगी अंग्रेजी शराब को तस्कर अन्य राज्यों से सस्ते दामों में खरीदकर धड़ल्ले से राजस्थान में बेचते हुए राजस्व की चपत लगा रहे हैं। इसके लिए बकायदा वे बोतलों पर ओनली सेल फोर राजस्थान के फर्जी लेबल तक लगा रहे हैं। बहुतायत मात्रा में यह शराब राजधानी सहित ट्यूरिस्ट सिटी में बिक रही है।
उदयपुर में तो विदेशी सहित गुजराती की पसंदीदा होने से यहां भी सर्वाधिक आ रही है। विदेशों से आने वाली शराब को अलग-अलग राज्य अपनी मांग के अनुसार खरीदकर उन पर संबंधित राज्यों में सेल के लेबल लगाते है।
राजस्थान में आरएसबीसीएल यह शराब सप्लाई करती है। 55 प्रतिशत ड्यूटी ज्यादा होने से यहां पर यह शराब काफी महंगी बिकती है, जबकि यहीं शराब दिल्ली व हरियाणा में काफी सस्ती है।
यह कहता है नियम
विदेशों से आने वाली शराब में एक व्यक्ति अपने पास दो बोतल से ज्यादा शराब नहीं रख सकता है। राजस्थान से खरीद की गई शराब में उसे 12 बोतल रखने तक की छूट है।
फर्जी लेबल लगाकर बेच रहे
दिल्ली व हरियाणा से तस्कर सर्वाधिक 2 से 20 हजार तक की महंगी शराब लाकर यहां राजस्थान में बेच रहे हैं। राजस्थान व अन्य राज्यों में प्रति बोतल एक हजार से तीन हजार तक की कीमत में फर्क आ है। लग्जरी गाडिय़ों में तस्कर चार से पांच कर्टन लाकर उन पर सेल फोर राजस्थान के फर्जी लेबल लगाकर सीधे-सीधे ड्यूटी की चोरी कर रहे हैं।
ट्यूरिस्ट सिटी में सर्वाधिक बिक रही शराब
राजस्थान में दिल्ली, हरियाणा से लग्जरी गाडिय़ों में सर्वाधिक शराब जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर में पुष्कर व जैसलमेर में आ रही है। यहां पर स्वयं लाइसेंसी ठेकेदार इस शराब को लाकर राजस्व की चपत लगा रहे हैं। इतना ही नहीं, इन शहरों में बड़े-बड़े इंवेट में भी शराब परोसने का ठेका ले रहे हैं।