Cooperative bank employees and officers | सहकारी बैंक कर्मचारी और अधिकारी तय करेंगे आंदोलन की रणनीति
सहकारी बैंकों में स्टाफ स्ट्रेंथ में बढ़ोतरी कर रिक्त पदों पर भर्ती करने, बैंक कार्मिकों को सामाजिक सुरक्षा के लिए पेंश न लागू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अब सहकारी बैंक कर्मचारी और अधिकारी लामबंद होने जा रहे हैं
जयपुर
Published: September 04, 2022 07:35:01 am
जयपुर।
सहकारी बैंकों में स्टाफ स्ट्रेंथ में बढ़ोतरी कर रिक्त पदों पर भर्ती करने, बैंक कार्मिकों को सामाजिक सुरक्षा के लिए पेंश न लागू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अब सहकारी बैंक कर्मचारी और अधिकारी लामबंद होने जा रहे हैं। ऑल राजस्थान कॉपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन और ऑल राजस्थान कॉपरेटिव बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर सहकारी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारियों की संयुक्त बैठक आज होगी जिसमें आंदोलन की रणनीति की घोषणा की जाएगी। सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने बताया कि बैठक में जनवरी 2019 से प्रदेश के सहकारी बैंक कार्मिकों और अधिकारियों की लंबित 16वें वेतन समझौते के मांग पत्र पर सरकार द्वारा गठित कमेटी के जरिए वार्ता शुरू करने, अल्पकालीन सहकारी बैंकिंग ढांचे की त्रि स्तरीय व्यवस्था को द्विस्तरीय करने, रबी फसली ऋण वितरण की बढ़ाई गई वसूली अवधि में देय 4.00 प्रतिशत ब्याज अनुदान का सहकारी बैंकों को सरकार द्वारा भुगतान करने आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही स्पिनफेड से सहकारी बेंकों में समायोजित कार्मिकों को बैंक पदनाम के अनुरूप बैंक वेतनमान और सुविधाओं का भुगतान जारी करने, परिवीक्षाकाल पूरा होने के बाद भी कार्मिकों के लंबित स्थाईकरण आदेश जारी करने, सहकारी बैंकों के कार्मिकों को देय 15 दिवस के उपार्जित अवकाश का नकद भुगतान और सेवानिवृत्ति पर देय 300दिवस के उपार्जित अवकाश का विभाग और सरकार के स्तर पर लंबित भुगतान जारी करने, बैंकों में कार्मिकों को बैकिंग परिपेक्ष्य के व्यवहारिक और पेशेवर प्रशिक्षण दिलवाए जाने, सहकारी बैंकों में लंबित अंतर बैंक सेवा स्थानातंरण शुरू करने आदि मांगों पर बैठक में विचार होगा और राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

सहकारी बैंक कर्मचारी और अधिकारी तय करेंगे आंदोलन की रणनीति
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