Development May Be Impact Corona And Vaccines – कोरोना और टीकों के कारण डगमगाएगा विकास चक्र!, ये हैं मोटी लागत के प्रोजेक्ट

राज्य में कोरोना की दूसरी लहर और वैक्सीन खरीद का असर विकास कार्यों पर पडऩे की आशंका बन गई है। संबंधित सरकारी विभाग व एजेंसियां इस संबंध में होमवर्क कर रहे हैं।
भवनेश गुप्ता/जयपुर। राज्य में कोरोना की दूसरी लहर और वैक्सीन खरीद का असर विकास कार्यों पर पडऩे की आशंका बन गई है। संबंधित सरकारी विभाग व एजेंसियां इस संबंध में होमवर्क कर रहे हैं। जयपुर समेत कई शहरों में बड़े प्रोजेक्ट शुरू होने हैं, जिनकी लागत 4 हजार करोड़ से ज्यादा है। इनमें कुछ प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिन्हें फिलहाल स्थगित करने से तत्काल ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि राज्य में 18 से 44 वर्ष आयु वाले 3.25 करोड़ लोगों के लिए टीके राज्य सरकार खरीद रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री संकेत भी दे चुके हैं कि इसके लिए अन्य राज्यों की तरह विकास कार्यों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में कटौती करनी होगी। वैक्सीन की खरीद पर 3 हजार करोड़ से अधिक राशि खर्च होनी है।
ये हैं मोटी लागत के प्रोजेक्ट
1. राज्य के 189 बांधों को अत्याधुनिक इमरजेंसी रेस्पोंस सिस्टम से लैस करना है। भाखड़ा नांगल जैसे बड़े बांधों की तरह यहां भी अत्याधुनिक उपकरणों से मॉनिटरिंग करनी है। इसमें बांध के गेट इलेक्ट्रिक या मैकेनिकल नहीं बल्कि ऑटोमेटिक तरीके से खुलेंगे। पानी पहुंचने और भराव की हर सैकण्ड में मॉनिटरिंग होगी। इसमें केवल इमरजेंसी कार्य कराए जा सकते हैं।
– लागत: 500 करोड़ रुपए
2. कृषि उपज मंडियों में इमारतें, अन्य आधारभूत संरचना के साथ आधुनिक सुविधाएं विकसित होनी हैं ताकि आस-पास के इलाकों से सम्पर्क बढ़े।
– लागत: 1000 करोड़ रुपए
3. अलवर, करौली, बाड़मेर, सवाईमाधोपुर, भरतपुर में बिजली कंपनियों के स्टाफ के लिए कार्यालय खोला जाना है। फिलहाल यहां कार्यालय है लेकिन भविष्य में इसकी जरूरत पड़ेगी।
– लागत: 10 करोड़ रुपए
4. सड़क सुधार और सड़क दुर्घटनाएं रोकने के प्रयासों के तहत हर जिले के तीन प्रमुख मार्गों का सुदृढीकरण होना है। इनकी संख्या व लम्बाई में कटौती की जा सकती है।
– लागत: 1900 करोड़ रुपए।
5. एचसीएम-रीपा में सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों, सिविल सोसायटी के लिए आधुनिक ऑडिटोरियम का निर्माण।
– लागत: 25 करोड़ रुपए
ये प्रोजेक्ट भी
– विधायकों के निर्माणाधीन आवास पसिर में नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब की तर्ज पर निर्माण।
– जोधपुर में आधुनिक ऑडिटोरियम एवं कल्चरल सेंटर का निर्माण।
– दौसा, जालोर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, सीकर, बूंदी में टाउनहॉल।