सिर दर्द के इलाज करने में है कारगर है भगवान का सबसे प्रिय फूल, इसका पौधा घर में लगाना है बहुत शुभ

काजल मनोहर/जयपुर: सुगंधित फूलों में चंपा का नाम सबसे पहले आता है. चंपा फूल कई रंगों के होते हैं. लाल, सफेद, पीला और गुलाबी चंपा के फूल बड़े आकर्षक होते हैं. चंपा के फूलों को काफी पवित्र माना जाता है. इसे मंदिरों में पूजा के लिये चढ़ाया जाता है.
बड़े काम की है फूलचंपा “टेंपल फ्लावर” के नाम से भी मशहूर है. मंदिर और अन्य जगहों पर सजावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. इसकी तना ज्यादा मोटी नहीं होती है . इसकी हरे रंग की चौड़ी पत्तियां होती है. कई जगह चंपा के पत्तों को थाली के रूप में भी काम में लिया जाता है. आयुर्वेद में भी चंपा का बहुत महत्त्व है. इसका प्रयोग इत्र बनाने में भी होता है.
पौधा लगाने की विधिमाली रमेश कुमार ने बताया कि गार्डन या घर आंगन में चंपा का पौधा लगाया जा सकता है . यह वातावरण को शुद्ध बना देता है. सबसे पहले मिट्टी को तैयार करने के लिए खाद मिलाई जाती है. इसे गमले व मिट्टी दोनों तरीके से लगाया जा सकता है. मिट्टी में लगाने के लिए सबसे पहले दो से तीन मीटर तक का गड्ढा खोद लेते है.
फिर चंपा के पौधे का रोपण के साथ ही उसमें खाद वाली मिट्टी मिलाकर पानी देते हैं. गमले में लगाने पर जल निकासी के लिए छेद कर लेना चाहिए. बरसात के मौसम में चंपा के पौधे में दिन में एक बार ही पानी डालना चाहिए. चंपा को कटिंग से भी लगाया जा सकता है.
फूल एक लाभ अनेकआयुर्वेदिक डॉक्टर पिंटू भारतीय ने बताया कि चम्पा में कई औषधीय गुण मौजूद हैं. इसका रस पथरी के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. साथ ही मूत्र रोग में भी चंपा फायदेमंद होती है. मुख्य रूप से सिर दर्द में चम्पा फूल के इस्तेमाल से काफी राहत मिलता है. चंपा फूल के तेल को सिर पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है. चम्पा की छाल चूना शहद में मिलाकर चाटने से सूखी खांसी खत्म हो जाती है. यह बुखार में भी बहुत फायदेमंद होती है. इसके रस से बुखार में आराम मिलता है.
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FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 18:58 IST