Discussion on the concept and challenges of India with reference to ‘ | ‘हू इज भारत माता: एन आइडिया ऑफ इंडिया’ के हवाले से भारत की संकल्पना और चुनौतियों पर चर्चा

जयपुरPublished: Aug 06, 2023 12:20:15 am
-यूपीएससी के पूर्व सदस्य और लेखक-साहित्यकार पुरुषोत्तम अग्रवाल ने की चर्चा
‘हू इज भारत माता: एन आइडिया ऑफ इंडिया’ के हवाले से भारत की संकल्पना और चुनौतियों पर चर्चा
जयपुर। राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के मिनी ऑडिटोरियम में शनिवार शाम को नेहरू और उनकी फिलॉसफी पर चर्चा हुई। यूपीएससी के पूर्व सदस्य और लेखक-साहित्यकार प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल ने अपनी किताब ‘हू इज भारत माता: एन आइडिया ऑफ इंडिया’ के हवाले से वर्तमान भारत की संकल्पना और उसकी समस्या एवं चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘भारत माता की जय का नारा स्वाधीनता संग्राम के दौरान पॉपुलर एम्पावरमेंट के नारे के तौर पर देखा गया। किताब लिखने का कारण यह था कि बीते कुछ वर्षों में गांधी और नेहरू के खिलाफ एक तरह का हेट कैम्पेन चलाया गया है। उनके बारे में यह धारणा बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि नेहरू के मन में भारतीय संस्कृति खासकर हिंदू परम्परा के प्रति एक उपेक्षा बल्कि अपमान का भाव था। नेहरू के साथ एक और बेतुकी बात चिपका दी गई है, जिसका चार साल पहले तक किसी ने प्रतिवाद तक नहीं किया। उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि ‘आई एम ए मुस्लिम बाय कल्चर, इंग्लिशमैन बाय एज्यूकेशन एंड ए हिंदू मीयरली बाय एक्सिडेंटली। एम.जे. अकबर ने अपनी एक किताब में इस बात का खुलासा किया है कि यह वाक्य दरअसल हिंदू महासभा के एम.के. खरे नाम के नेता का गढ़ा हुआ था। लेकिन किसी ने भी इस बात का विरोध नहीं किया।’