Disorganized traffic, arbitrary construction | अव्यवस्थित यातायात, मनमाना निर्माण और बन गई हजारों दुकानें

जयपुरPublished: Oct 10, 2023 12:34:04 am
20 वर्ष से व्यावसायिक गतिविधि पर रोक के बावजूद खड़े हो गए 500 कॉम्प्लेक्स
– आलम यह कि परकोटे से लोगों का निकलना मुश्किल
जयपुर. राजधानी का परकोटा क्षेत्र धीरे-धीरे व्यावसायिक गतिवधियों का केंद्र बन गया। अब हालत यह है कि बाजारों में जगह नहीं बची तो गलियों में हवेलियों को तोड़कर कॉम्प्लेक्स बनाए जा रहे हैं। पिछले बीस वर्ष में 500 से अधिक कॉम्प्लेक्स खड़े हो गए और इनमें सैकड़ों दुकानें बनी हैं। अब इन दुकानों में रोज हजारों ग्राहक आते हैं। इसी का परिणाम है कि मुख्य बाजारों से लेकर गलियों में वाहन खड़े रहते हैं और लोगों को निकलने के लिए भी जगह नहीं बचती। बीते 20 वर्षों में निगम में जो भी अधिकारी और कर्मचारी रहे, उन्होंने अवैध रूप से कॉम्प्लेक्स बनवाकर खूब चांदी कूटी। ऐतिहासिक महत्व वाली इमारतों को ध्वस्त कर नए निर्माण होने दिए।