Donation Box open Shri Sanwaliya Seth mandir first counting

Last Updated:March 29, 2025, 18:07 IST
श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक श्री सांवलिया सेठ राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर में लाखों भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दान अर्पित करते हैं. इस बार भी काउंटिंग के …और पढ़ें
सांवलिया सेठ
हाइलाइट्स
श्री सांवलिया सेठ की दानपेटी से 4.80 करोड़ की गणना पूरी.दान में नकद राशि, सोना-चांदी और विदेशी मुद्रा शामिल.द्वितीय चरण की गणना 31 मार्च 2025 को होगी.
चित्तौड़गढ़:- भक्तों की अटूट श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक श्री सांवलिया सेठ मंदिर की भण्डार दानपेटी का द्विवार्षिक उद्घाटन शनिवार को हुआ. पहले चरण की गणना में ही मंदिर प्रशासन को 4 करोड़ 80 लाख 27 हजार 911 रुपये की विशाल दानराशि प्राप्त हुई. इस अद्वितीय भंडार की शेष गणना का कार्य 31 मार्च 2025 को पूरा किया जाएगा.
श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक श्री सांवलिया सेठ राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित श्री सांवलिया सेठ मंदिर में लाखों भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दान अर्पित करते हैं. मंदिर की भण्डार पेटियों को छह माह या वर्षभर में एक बार खोला जाता है, जिसमें करोड़ों रुपये की दानराशि एकत्र होती है. यह मंदिर देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है.
गणना प्रक्रिया में सुरक्षा और पारदर्शितादान पेटी को प्रशासनिक अधिकारियों, मंदिर प्रबंध समिति और पुलिस सुरक्षा के बीच खोला गया. सैकड़ों मंदिर सेवकों और बैंक कर्मियों की देखरेख में नोटों और सिक्कों की गिनती की गई. आधुनिक मशीनों की सहायता से यह गणना पूरी की गई, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके.
दान में सोना-चांदी और विदेशी मुद्रा भी शामिलदानपेटी में भक्तों ने नकद राशि के अलावा सोने-चांदी के आभूषण, चांदी की छड़ें और विदेशी मुद्राएं भी अर्पित की. प्रशासन के अनुसार, यह दान मंदिर के सामाजिक और धार्मिक कार्यों में उपयोग किया जाएगा. इस राशि से शिक्षा, स्वास्थ्य और समाजसेवा से जुड़े कई कार्यों में योगदान दिया जाता है.
भक्तों की अटूट आस्था और मंदिर का महत्वश्री सांवलिया सेठ को ‘दानी सेठ’ के रूप में भी जाना जाता है. मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहां मन्नत मांगता है, उसकी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. यही कारण है कि मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है, और दानराशि हर साल नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही.
द्वितीय चरण की गणना 31 मार्च कोमंदिर प्रशासन ने बताया कि दान पेटियों की पूरी गणना अभी शेष है, और इसका द्वितीय चरण 31 मार्च 2025 को पूरा किया जाएगा. इसके बाद कुल प्राप्त दानराशि की औपचारिक घोषणा की जाएगी. श्री सांवलिया सेठ के प्रति श्रद्धालुओं की यह अटूट भक्ति मंदिर को देशभर में एक विशेष स्थान दिलाती है, और इस प्रकार की दानराशि यह सिद्ध करती है कि आस्था की यह धारा निरंतर प्रवाहित होती रहेगी.
Location :
Chittaurgarh,Rajasthan
First Published :
March 29, 2025, 18:07 IST
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श्री सांवलिया सेठ की दानपेटी का खुला खजाना, पहले चरण में इतने करोड़ की गिनती