पहले ऊंट या साइकिल से जाते थे मतदान करने, दूर-दूर बनते थे मतदान केंद्र, पूरा दिन बैठकर होती थी चकल्लस
दौसा : प्रदेश भर में 7 विधानसभा सीटों पर विधायक के लिए उपचुनाव हो रहे हैं जिसे लेकर अब राजनीतिक पार्टियों भी सक्रिय हो गई है और लगातार प्रचार प्रसार करने में जुट गई है बात करें दौसा जिले की तो दौसा जिले में मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता भी जाकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं. इसी बीच जनता से मतदान को लेकर वार्ता की और जनता ने बताया कि पहले किस तरह मतदान किया जाता था और अब किस तरह मतदान किया जाता है.
रामकरण गुर्जर ने बताया पहले मतदान करने के लिए पैदल या साइकिल या फिर ऊंट से जाया करते थे और मतदान करने के दौरान लाइन में लगकर काफी समय में मतदान किया जाता था लेकिन अब नई-नई तकनीकी आई है तो जल्दी मतदान कर वापस घर आ जाते हैं महिला पुरुषों को ज्यादा परेशानी नहीं होती है.
मतदाता हुए जागरूक मतदान को लेकरजगदीश गुर्जर बताते हैं कि पहले मतदान करने के लिए काफी दूर मतदान केंद्र पर जाया करते थे और काफी समय मतदान करने जाने में लगता था और मोहर लगाकर मतदान किया जाता था. पहले मतदान करने के लिए लोग जागरुक कम हुआ करते थे. कुछ लोग ही मतदान करने के लिए जाया करते थे लेकिन तब धीरे-धीरे नई तकनीकी आई है तो मतदान करने में आ रही गई परेशानियों को दूर किया गया है.
पहले मतदाता अपने हाथ से प्रत्याशी के नाम के आगे मोहर लगाया करते थे और अब मशीन से मतदान किया जाता है. लेकिन मतदान को लेकर कई बार आरोप प्रत्यारोप भी लगाए जाते हैं कि मतदान चला कहां गया. मतदान कांग्रेस को किया जाता है तो मतदान बीजेपी पार्टी में चला जाता है और बीजेपी पार्टी में मतदान किया जाता है तो कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के लिए मत चला जाता है.
पहले मतदान करने में समय अधिक लगता था अब हुआ है कममतदाता रामकिशोर ने बताया कि पहले मतदान करने के लिए जब जाते थे तो ऑफिस से मशीनों से मतदान हुआ है तो तत्काल मतदान कर वापस लौट आते हैं. और अब जब से मतदान करने में सुविधा हुई है तो समय में भी बचत हुई है और समय पर मतदान कर वापस लौट आते हैं. वही मतदान करने में भी प्रशासन के द्वारा भी काफी मदद की जाती है सुरक्षा भी मतदान करने के दौरान खूब रहती है. मतदाताओं को परेशानी नहीं आती है.
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FIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 11:48 IST