अपने घर के एक कमरे से कमाएं लाखों रुपए, जानिए कम खर्च में ज्यादा इनकम की तकनीक

कोटा राज: एक समय था जब खेती करने से लोग दूर भागते थे, लेकिन बदलते समय के साथ अब किसान तो क्या युवा और पढ़े लिखे लोग भी अपनी नौकरी छोड़कर खेती कर रहे हैं. अगर बात की जाए मशरूम फार्मिंग की तो भारत में फ्रेश और ड्राई मशरूम की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. पहले ये शहरी लोगों तक सीमित था लेकिन अब ये मशरूम गांवों तक भी पहुंच गया है. मशरूम कई प्रकार होते हैं भारत में अच्छी कमाई के लिए किसान सफेद बटर मशरूम, ऑयस्टर मशरूम, दूधिया मशरूम, पैडीस्ट्रा मशरूम और शिटाके मशरूम उगा रहे हैं.
मशरूम की खेती का सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि इसके लिए आपको मिट्टी की जरूरत नहीं बल्कि प्लास्टिक के बड़े-बड़े बैगों, कंपोस्ट खाद, धान और गेहूं का भूसा इसे उगाने के लिए काफी है. बेहतर कमाई के लिए मशरूम की खेती एक अच्छा विकल्प है. इसके लिए लंबे-चौड़े खेत की जरूरत नहीं बल्कि एक कमरा ही काफी रहता है. कम जगह और कम लागत के बाद भी किसानों को कुल खर्च का तीन गुना तक इनकम होती है.
आज 40000 बैग का हो रहा है उत्पादनमशरूम फार्मिंग करने वाले युवा यशराज साहू ने बताया कि मशरूम फार्मिंग की शुरुआत 500 बैग से की थी आज 1500 मशरूम के बैग है. हाड़ौती क्षेत्र में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों तथा कृषि के विद्यार्थियों को मशरूम फार्मिंग की ट्रेनिंग देते हैं और उन्हें मशरूम के बीज उपलब्ध कराते हैं बाद में किसान और कृषि विद्यार्थियों से मशरूम खरीद लेते हैं टोटल आज 40000 बैग का उत्पादन है.
कैसे तैयार होता है मशरूमयशराज साहू ने बताया कि मशरूम फार्मिंग की शुरुआत मात्र ₹5000 से की जा सकती है और वह भी अपने घर के एक कमरे से. एक कमरे में 100 बैग मशरूम के लगा सकते हैं.मशरूम को तैयार करने में पहले गेहूं का भूसा लेना है और उसे भूसे को 12 से 15 घंटे के लिए पानी में केमिकल फोर्मेलिनडालकर गलना है. बाद में इसे सुखाकर एक पॉलिथीन में भरकर मशरूम के बीज स्पून 200 ग्राम डालना है. इस प्रकार से करते हैं मशरूम को तैयार. मशरूम फार्मिंग में 20 से 25 डिग्री तापमान रहना चाहिए.
कितना खर्चा और कितनी इनकमयशराज साहू ने बताया कि मशरूम फार्मिंग के लिए खर्चा मात्र 5000 होगा. और इनकम 3 गुना 20 हजार से 25000 महीना. मशरूम मात्र 20 दिन में तैयार हो जाती है. बाजार में मशरूम की कीमत 600 रुपए ड्राई मशरूम और 100 से 150 रुपए फ्रेश मशरूम बिकती है. साहू ने बताया कि ड्रायरूम से प्रोटिन पाउडर बनाने में उपयोग में लिया जाता है. जो कि हड्डियों को मजबूत करता है साथ ही विटामिन बी सी डी मौजूद होता है. यशराज साहू ने बीएससी एग्रीकल्चर की हुई है और मशरूम फार्मिंग से 50 से ₹60000 महीना कमाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 14:39 IST