Navratri केे नौ दिन खाएं नौ अलग चीजें, देवी भी खुश शरीर भी चुस्त, रहेगी पूरे दिन ताजगी, देखें लिस्ट

नई दिल्ली. अगर आप Navratri 2025 में शारीरिक और मानसिक ताजगी की तलाश में हैं, तो ये खबर आपके काम की है. नौ दिनों की इस व्रत रेसिपी से न केवल आप अपने शरीर को शुद्ध कर सकते हैं, बल्कि पूरे दिन ताजगी और ऊर्जा से भरपूर रहेंगे. ये व्रत खासतौर पर उन लोगों के लिए मुफीद है, जो अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना चाहते हैं और जिनका उद्देश्य वजन घटाना, शरीर को डिटॉक्स करना और अपनी मानसिक स्थिति को संतुलित करना है. नवरात्रि के दौरान खाने में ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो हल्की और शुद्ध होती हैं. इन नौ व्रत रेसिपी के आप खुद भी खा सकते हैं और मातारानी को भोग भी चढ़ा सकते हैं.
पहला दिन : साबूदाना खिचड़ीसाबूदाना खिचड़ी एक लोकप्रिय पकवान है. इसमें साबूदाना, आलू, मूंगफली, और जीरा जैसे सरल और स्वादिष्ट सामग्री का उपयोग होता है. इसे गर्मा-गर्म मातारानी को चढ़ाकर व्रत की शुरुआत कीजिए.
दूसरा दिन : आलू की टिक्कीदूसरे दिन आलू की टिक्की बनाना अच्छा विकल्प हो सकता है. आलू को मसालेदार तरीकों से पकाकर स्वादिष्ट टिक्की बनाएं और मातारानी को अर्पित करें.
तीसरा दिन : फलाहारी उपमाउपमा एक हल्का और स्वादिष्ट व्यंजन है जो व्रत के दौरान खाया जा सकता है. इसे सामक चावल, हरी मिर्च और ताजे मसाले डालकर तैयार किया जा सकता है.
चौथा दिन : कुट्टू की पूरीकुट्टू के आटे से पूरी बनाना एक अद्भुत विकल्प है. कुट्टू की पूरी व्रत के दौरान खाए जाने वाले प्रमुख पकवानों में से एक है.
पाँचवां दिन : सिंघाड़े की खीरसिंघाड़े का आटा या सिंघाड़े की खीर नवरात्रि के व्रत में बहुत प्रसिद्ध है. इसे बनाने में सिंघाड़े का आटा, शहद और मेवे का इस्तेमाल किया जाता है, जो न केवल स्वाद में बढ़िया है बल्कि मातारानी के चरणों में भी चढ़ाया जा सकता है.
छठा दिन : साबूदाना वड़ासाबूदाना वड़ा नवरात्रि का एक और प्रिय पकवान है. इसमें साबूदाना, आलू, मूंगफली और हरी मिर्च का उपयोग किया जाता है. इसे तली हुई अवस्था में मातारानी को अर्पित करें.
सातवां दिन : राजगिरा चिल्लाराजगिरा का आटा नवरात्रि के दौरान उपयोग में लाया जाता है. इससे स्वादिष्ट चिल्ला तैयार किया जा सकता है, जो व्रत के दौरान खाया जा सकता है.
आठवां दिन : साबूदाना खीरसाबूदाना खीर नवरात्रि में एक खास मीठा पकवान है. ये साबूदाना, दूध, शक्कर और इलायची से बनता है, जिसे मातारानी को भोग में अर्पित किया जा सकता है.
नौवां दिन : फलाहारी थालीनवरात्रि के आखिरी दिन फलाहारी थाली तैयार करें. इसे दही, साबूदाना थालीपीठ और मेवे तैयार कर सकते हैं. साबूदाना और उबले आलू से थालीपीठ बनाएं और इसे दही और मेवे के साथ परोसें. इस थाली में पकवानों का चयन अपने हिसाब से करें.