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पैरों में हो सूजन, एड़ी फटे तो संभल जाएं! चेहरे की तरह पैरों का भी रखें खास ख्याल

पैर सेहत का आईना होते हैं. इनका साफ और खूबसूरत होना, व्यक्ति की हाइजीन को भी दिखाता है. लेकिन लोग जितना चेहरे को चमकाने पर ध्यान देते हैं, उतना पैरों की तरफ नहीं देते. जबकि पैरों की सफाई के साथ-साथ उनमें हो रहे बदलावों पर भी गौर करना जरूरी है. कई बार पैर देखकर ही समझ आ जाता है कि सेहत में क्या गड़बड़ी है. इसके लिए पैरों के रंग और उसके आकार के इशारों को समझना जरूरी है.

पैरों में सूजन हो तो किडनी की दिक्कतलंबे समय तक एक पोजीशन में बैठना पैरों में सूजन का कारण हो सकता है. प्रेग्नेंसी में भी अक्सर महिलाओं के पैरों में सूजन दिखती है. लेकिन अगर दोनों ही कंडीशन आपके साथ नहीं है और लंबे समय से पैर सूजे हुए हैं तो यह दिखाता है कि पैरों में खून का प्रवाह ठीक नहीं है.  जनरल फिजिशियन डॉ. अजीत दीवान कहते हैं कि पैरों में सूजन लिवर या दिल की बीमारी की तरफ इशारा करते हैं. जिन लोगों में खून की कमी है या किडनी ठीक तरह से काम नहीं करती या थायराइड गड़बड़ हो तब भी उनके साथ ऐसा हो सकता है. 

पैरों में झनझनाहट या जलनकुछ लोगों को पैरों में बर्निंग सेंसेशन यानी जलन महसूस होती है और पैर भी गर्म रहते हैं. ऐसा अक्सर उन लोगों को होता है जिन्हें डायबिटीज हो और उनकी पेरिफेरल नर्व डैमेज हो. यह विटामिन बी की कमी से भी हो सकता है. जो लोग स्विमिंग करते हैं और उनके पैरों में एथलेटिक फुट नाम की बीमारी हो तब भी बर्निंग सेंसेशन रहती है. अगर किसी को पैरों में चीटियां चलने जैसी झनझनाहट हो, तो यह हाई ब्लड शुगर, विटामिन ई और विटामिन बी 12 की कमी को दिखाता है.


सैलून में पेडीक्योर करवाते समय हाइजीन पर खास ध्यान दें (Image-Canva)

पैर के टखने में दर्दजिन लोगों के पैर के टखने में दर्द रहता है, तो यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर के बढ़ने की तरफ इशारा हो सकता है. ऐसे लोगों को खाने से प्रोटीन की मात्रा कम कर देनी चाहिए. विटामिन डी की कमी से भी ऐसा हो सकता है. वहीं, कुछ लोगों के पैरों में नसों का जाल दिखता है. इसे स्पाइडर वेन्स कहते हैं. यह लिवर की खराबी हो सकती है. अगर ऐसा महिलाओं में दिखे तो इसका मतलब है कि उनके शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल ज्यादा हो रहा है. जिन लोगों की एड़ियों में दर्द रहता है, उनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन डी की कमी हो सकती है. 

 एड़ी हमेशा ड्राइनेस से नहीं फटतीअधिकतर लोग एड़ी फटने से परेशान रहते हैं. जरूरी नहीं कि एड़ी हमे डिहाइड्रेशन या ड्राइनेस की वजह से ही फटे. एड़ी  फैटी लिवर या लिवर सिरोसिस की वजह से भी फट सकती है. जिन लोगों का फैटी लिवर होता है, उनके लिवर पर वसा जमने लगता है जिससे उनका लिवर डैमेज होने लगता है. अगर लिवर सिरोसिस हो जाए तो शरीर में प्रोटीन की कमी होने लगती है जिससे एड़ियों पर खुजली होती है और वह फटने लगती हैं. वहीं, अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार लिवर की समस्या हो तो व्यक्ति दिल की बीमारी का भी शिकार हो जाता है. जब शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक नहीं रहता है तो लिवर का रोग हो सकता है. यह पैरों को प्रभावित करता है. इसके अलावा अगर शरीर में  विटामिन बी 3 और बी 7, आयरन या  ओमेगा 3 की कमी हो, तब भी एड़ियां फटती हैं.  

पैर ठंडे रहनासुबह-शाम हल्की गुलाबी सर्दी ने दस्तक दे दी है. सर्दी के मौसम में अक्सर लोगों के पैर ठंडे रहते हैं लेकिन अगर ऐसा हमेशा हो तो यह शरीर में खून की कमी को दर्शाता है. जिन लोगों में आयोडीन की कमी होती है, उनके साथ भी ऐसा हो सकता है. कुछ लोगों के पैरों में क्रैम्प भी आते हैं. ऐसा सोडियम, पोटैशियम या विटामिन डी की कमी से हो सकता है.


पैरों की सेहत के लिए खूब सारा पानी पीना जरूरी है (Image-Canva)

खुजली हो या रंग बदलने लगेकुछ लोगों को पैरों में खुजली होने लगती है. यह केमिकल या किसी स्किन प्रोडक्ट की एलर्जी हो सकती है. इसे कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस कहते हैं. इसमें पैरों का रंग लाल होने लगता है. जिन लोगों को सिरोसिस नाम की स्किन प्रॉब्लम हो, तब भी उनकी स्किन लाल होकर ड्राई होने लगती है और पपड़ी की तरह झड़ने लगती है. कई बार पैरों में फंगल इंफेक्शन की वजह से भी ऐसा हो सकता है. 

पैरों की करें देखभालपैरों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. अगर पैरों में थोड़ी-सी भी दिक्कत महसूस हो तो डॉक्टर को दिखाएं. अमेरिकन अकैडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन ने पैरों की देखभाल करने के कुछ तरीके बताए हैं. कुछ लोग 15 मिनट से ज्यादा नहाते हैं जिससे उनके पैर गीले रहते हैं. यह पैरों के लिए ठीक नहीं. 10 मिनट से ज्यादा पैरों को गीला ना रखें. नहाने के तुरंत बाद पैरों को मॉइस्चराइज करें. सोने से पहले भी पैरों पर पेट्रोलियम जेली या नारियल का तेल लगाएं और फिर जुराब पहनें. कभी भी खुले फुटवियर ना पहनें, जैसे सैंडल्स, चप्पल. खाने में विटामिन बी 3, बी 12, ई, सी, ओमेगा 3 और कैल्शियम से भरपूर डाइट को शामिल करें. 

Tags: Fungal Infection, Global health, Health, Heart Disease, Liver transplant, Pregnant woman

FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 17:05 IST

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