European Union Sets 5 Conditions For Taliban Ties – पांच शर्तों पर ही यूरोपीय संघ करेगा तालिबान का सहयोग, जानिए कौन सी हैं ये 5 शर्तें

यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि निकासी को अंजाम देने और उपरोक्त बेंचमार्क की पूर्ति का आकलन करने के लिए, हमने समन्वित कार्रवाई का फैसला किया
यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश मंत्रियों ने पांच शर्तें तय की हैं, जिन पर अफगानिस्तान में तालिबान के साथ सहयोग करेगा। विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक के बाद कहा, यूरोपीय संघ के लिए तालिबान के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करने के लिए अफगानिस्तान को अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहिए कि देश अन्य देशों को आतंकवाद के निर्यात के लिए एक आधार के रूप में काम नहीं करेगा। उन्होंने कहा, दूसरा मानवाधिकारों, विशेष रूप से महिलाओं के अधिकारों, कानून के शासन और मीडिया की स्वतंत्रता का सम्मान होगा।
ये हैं बाकी शर्तें
तीसरी शर्त एक समावेशी और प्रतिनिधि संक्रमणकालीन सरकार की स्थापना होगी, जिसके परिणामस्वरूप अफगानिस्तान में राजनीतिक ताकतों के बीच बातचीत होगी। चौथा मानवीय सहायता के लिए मुफ्त पहुंच प्रदान करना होगा। पांचवां और अंतिम मानदंड तालिबान द्वारा विदेशी नागरिकों और जोखिम में पड़े अफगानों के प्रस्थान के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता को हटाए। यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि निकासी को अंजाम देने और उपरोक्त बेंचमार्क की पूर्ति का आकलन करने के लिए, हमने समन्वित कार्रवाई का फैसला किया, और हम तालिबान के संपर्क में रहेंगे, वह भी काबुल में यूरोपीय संघ की आम उपस्थिति के माध्यम से, जिसे बाहरी कार्रवाई सेवा द्वारा समन्वित किया जाएगा, लेकिन सुरक्षा शर्तों पर ही ऐसा किया जाएगा।
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औपचारिक निष्कर्ष नहीं
साथ ही उन्होंने कहा कि ये औपचारिक निष्कर्ष नहीं हैं क्योंकि बैठक प्रकृति में अनौपचारिक है। स्लोवेनिया के विदेश मंत्री एंजे लोगर ने कहा कि पांच शर्तें यूरोपीय संघ के स्तर पर भविष्य की सभी चर्चाओं को सूचित करेंगी। बोरेल के अनुसार, यूरोपीय संघ और चीन को अफगानिस्तान, व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर मिलकर काम करने की जरूरत है।
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फिर टला सरकार का गठन
अफगानिस्तान में एक बार फिर से तालिबान सरकार का गठन टल गया है। तालिबान ने आधिकारिक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया है कि तालिबान आगामी दो—तीन दिन के बाद सरकार का गठन करेगा। तालिबान की सरकार में किन—किन लोगों को शामिल किया जाएगा। इसकी जानकारी भी उसी दिन दी जाएगी। इससे पहले शुक्रवार को भी अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन की अटकलें थीं लेकिन उस दिन भी इसे टाल दिया गया। इस बीच तालिबान परिषद के निमंत्रण पर ISI चीफ जनरल फैज हामिद पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल के साथ काबुल पहुंचे।