50 डिग्री की प्रचंड गर्मी में भी लोग बड़े शौक से खाते हैं ये गर्मागर्म कचौरी, कुछ ही घंटों में हो जाती है चट
इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है. बीकानेर का तापमान 48 से 50 डिग्री के बीच में है. ऐसे में जहां लोग पेय पदार्थों का ज्यादा सेवन कर रहे है, वहीं बीकानेर के लोग पेय पदार्थों से ज्यादा गर्मागर्म कचौरी का सेवन कर रहे है. यहां कचोरी की दुकानों में सुबह से शाम तक भीड़ नजर आती है. यहां की कचौरी के दीवाने देश के लोगों के अलावा विदेशी सैलानी भी है. सुबह से शाम तक इस शहर के लोग लाखों रुपए की कचौरी खा जाते है. साथ ही हर साल कचौरी से इस शहर में करोड़ो का कारोबार होता है. यहां वैसे तो हर चौक चौराहे पर एक कचौरी की दुकान मिल जाएगी. इन सभी दुकानों के आगे कचौरी खाने वालों की जबरदस्त भीड़ लगी रहती है. ऐसे में बीकानेर के चाय पट्टी स्थित जूनिया महाराज कचौरी वाले की दुकान पर सुबह से शाम तक कचौरी खाने वालों की लाइनें लगी रहती है.
दुकान संचालक राजकुमार आचार्य ने बताया कि यहां लोगों को सर्दी और गर्मी से फर्क नहीं पड़ता है. यहां लोगों को रोजाना कचोरी का स्वाद चखना है. गर्मी में तो यहां कचोरी ज्यादा बिकती है. सर्दी में दिन छोटे होते है और गर्मी में दिन बड़े होते है. इस वजह से गर्मी में कचौरी ज्यादा बिकती है. अभी रोजाना 700 से 800 कचौरी बिकती है.
खास तरीके से तैयार होती है ये कचौरीवे बताते है कि कचौरी को बनने में करीब आधे घंटे का समय लगता है. यहां कचौरी की खासियत है कि यह मोठ और मोगर से बनकर तैयार मसाले की बनी होती है. जो बीकानेर के स्वाद को दुगुना कर देती है. आचार्य बताते है कि कचौरी में मैदा, मिर्च मसाले, हींग आदि डाले जाते है इसके बाद गर्मा गर्म भट्टी में डाल दिया जाता है. करीब आधे घंटे पकने के बाद इसे लोगों को दिया जाता है. एक बार में भट्टी पर करीब 150 से अधिक कचौरी को पकाया जाता है. बीकानेर में इस एक कचौरी की कीमत 15 रुपए है.
FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 13:23 IST