Amla vs Lemon Best Source of Vitamin C for Immunity | आंवला या नींबू इम्यूनिटी बढ़ाने में कौन है बेहतर

Last Updated:May 20, 2025, 08:42 IST
Amla For Vitamin C: आंवला का स्वाद बेहद खट्टा होता है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है. इसमें विटामिन C का बड़ा भंडार होता है, जिससे इम्यूनिटी को मजबूती मिल सकती है. यह शरीर के लिए टॉनिक का काम…और पढ़ें
आंवला में नींबू से ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है.
हाइलाइट्स
रिसर्च की मानें तो आंवला में नींबू से कई गुना ज्यादा विटामिन C होता है.आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से मजबूत कर सकता है.आंवला का सेवन सर्दी-जुकाम और त्वचा रोग में लाभकारी माना जाता है.
Amla Health Benefits: हमारे शरीर को बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से बचाने के लिए एक नेचुरल कवच होता है, जिसे मेडिकल में इम्यून सिस्टम कहा जाता है. यह शरीर को बीमारियों से बचाने में अहम भूमिका निभाता है. इस सिस्टम को बूस्ट करने के लिए विटामिन C बेहद जरूरी होता है. माना जाता है कि विटामिन C से भरपूर चीजें खाएंगे, तो बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है. अक्सर नींबू को विटामिन C का अच्छा सोर्स माना जाता है और लोग हर मौसम में नींबू खाते हैं. हालांकि आंवला को नींबू से 10 गुना ज्यादा पावरफुल माना जा सकता है. आंवला में नींबू से बहुत ज्यादा विटामिन C होता है, जो सेहत को दुरुस्त कर सकता है. इसका सेवन करने से शरीर को कई जबरदस्त फायदे मिल सकते हैं.
आंवला को प्राकृतिक विटामिन C का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है. एक मीडियम साइज के नींबू में लगभग 40-50 mg विटामिन C होता है, वहीं एक आंवला में 250 से 300 mg तक विटामिन सी हो सकता है. यही कारण है कि आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से मजबूत करने में कारगर होता है. आंवला सिर्फ विटामिन C तक ही सीमित नहीं है, यह एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट भी है. इसमें टैनिन्स, फ्लेवोनॉइड्स, गैलिक एसिड और एलाजिक एसिड जैसे यौगिक होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और कोशिकाओं को डैमेज से बचाते हैं. इसका नियमित सेवन सर्दी-जुकाम, एलर्जी, त्वचा रोग और यहां तक कि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है.
नींबू भी विटामिन C का अच्छा स्रोत है और इसका सेवन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, लेकिन इसकी मात्रा और प्रभाव आंवले से कम होता है. आंवला लिवर डिटॉक्स, खून की सफाई और आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर काम करता है. इसके अलावा आंवला को उबालने या सुखाने के बाद भी उसमें विटामिन C की मात्रा कम नहीं होती, जबकि नींबू का रस गरम करने पर इसकी पौष्टिकता घट जाती है. आयुर्वेद में आंवले को रसायन माना गया है यानी ऐसा पदार्थ जो पूरे शरीर को पुनर्जीवित करता है. च्यवनप्राश, त्रिफला और कई अन्य आयुर्वेदिक टॉनिक में आंवला प्रमुख घटक होता है. खासतौर पर मौसम बदलने के समय या संक्रमण के दौर में आंवला एक नेचुरल शील्ड का काम करता है.
आंवला का खट्टा-मीठा स्वाद इसे खास बनाता है. इसे मुरब्बा, चटनी, जूस, कैंडी और सूखे पाउडर के रूप में सेवन किया जा सकता है. आंवला जूस सुबह खाली पेट लेने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और त्वचा भी चमकदार बनती है. चाय में इसका पाउडर मिलाकर या सूप में डालकर भी इसे डेली डाइट में शामिल किया जा सकता है. अगर आप सच में अपनी इम्यूनिटी को प्राकृतिक रूप से बढ़ाना चाहते हैं, तो आंवला को अपने रोज़ाना के आहार का हिस्सा बनाएं. यह न केवल रोगों से लड़ने की ताकत देता है बल्कि आपकी त्वचा, बाल, पाचन और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
अमित उपाध्याय
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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