किस पार्टी पर जताया ‘दोहरा’ भरोसा, कौन से मुद्दे बदल सकते हैं चुनावी गणित, जानें गुरुग्राम का मूड
Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: गुरुग्राम विधानसभा सीट का इतिहास रहा है कि यह सीट किसी एक राजनैतिक दल से बंध कर नहीं रही. यहां के मतदाताओं ने हमेशा पार्टी से बढ़कर प्रत्याशी को वरीयता दी है. गुरुग्राम विधानसभा में अब तक के चुनाव नतीजों पर एक नजर दौड़ाएं, तो पता चलता है कि 1967 से 2019 के बीच अब तक 13 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इन चुनावों में सबसे अधिक 6 बार कांग्रेस तो तीन बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इसके अलावा, यहां के मतदाताओं ने पहले चुनाव में भारतीय जनसंघ और 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के प्रत्याशी को अपना प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया था. गुरुग्राम विधानसभा से 2000 और 2009 में निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीत चुके हैं.
2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में गुरुग्राम सीट पर इस बार चुनावी संग्राम बेहत रोचक होने वाला है. क्योंकि इस बार मुद्दों के साथ-साथ टिकट बंटवारे में नाराजगी और पार्टी के भीतर का संग्राम प्रत्याशियों की उम्मीद पर पानी फेर सकती है. चूंकि इस सीट पर मौजूदा विधायक बीजेपी से है, लिहाजा सबसे पहले बात करते हैं बीजेपी की. मौजूदा समय में इस सीट से बीजेपी के सुधीर सिंगला विधायक है. हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने सुधीर सिंगला की जगह मुकेश शर्मा पर अपना भरोसा जताया है. वहीं, बीजेपी से टिकट की रेस में नवीन गोयल भी शामिल थे. टिकट कटने से नाराज नवीन गोयल ने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का फैसला कर लिया है.
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नवीन गोयल के मैदान में उतरे के बाद यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान में जनता किस प्रत्याशी पर अपना भरोसा अधिक जताती है. वहीं कांग्रेस की बात करें तो 2019 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दूसरे पायदान पर रहने वाले मोहित ग्रोवर टिकट को मैदान में उतारा है. 2019 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी सुधीर सिंगला ने जहां 81,953 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, वहीं मोहित ग्रोवर को 48,638 वोट मिले थे. इस बार, इंडियन नेशनल लोकदल ने गौरव भाटी, आम आदमी पार्टी ने निशांत आनंद, जेजेपी ने अशोक जांगड़ा को टिकट दिया है. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नवीन गोयल चुनावी मैदान में हैं.
यह भी पढ़ें: चुनाव आयोग कुछ करने जा रहा है कुछ ऐसा, मतदान के लिए नहीं जाना होगा पोलिंग बूथ, जानें क्या है खास तैयारी… क्या अब मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी. यह सुविधा किन विधानसभाओं में मिलेगी और इस सुविधा का कौन से मतदाता लाभ ले सकेंगे, जानने के लिए क्लिक करें.
वह मुद्दे तो तय करेंगे विधानसभा में गुरुग्राम का चेहरागुरुग्राम के मतदाताओं के मुद्दे पार्टी के झुकाव के आधार पर तय हो रहे हैं. यदि बात बीजेपी समर्थकों की करें तो ज्यादातर का कहना है कि बाकी सब ठीक है, बस बिजली, पानी और सड़क पर थोड़ा बेहतर काम हो जाए तो स्थिति बेहतर हो जाएगी. वहीं, वे मतदाता जिनका झुकाव कांग्रेस सहित दूसरी पार्टियों की तरफ है, तो उनके लिए आरक्षण और संविधान सहित तमाम मुद्दे अहम है. शायद यही वजह है कि बीते दिन केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को गुरुग्राम की जनसभा में यह कहना पड़ा कि जब तक बीजेपी है, तब तक आरक्षण को छू नहीं सकता है. वहीं, नौजवानों के लिए नौकरी और महिलाओं के लिए सिक्योरिटी सबसे अहम मुद्दे बने हुए हैं.
यह भी पढ़ें: भूतेश्वर लेबर चौक के मजदूर बोले, भगवान बचाए इनकी रैली से, ना पैसा मिले ना खाना, दिहाड़ी जाए ऊपर से…चुनावी सरगर्मियों के बावजूद गुरुग्राम के भूतेश्वर लेबर चौक पर मजदूरों का जमावड़ा लगा हुआ है. यहां होने वाली रैली में भीड़ के तौर पर इन लोगों की मौजूदगी के साथ सिक्के के दूसरे पहलू पर इन मजदूरों का क्या कहना है, जानने के लिए क्लिक करें.
किस चुनाव में किस पार्टी ने फहराया जीत का परचम
चुनावी वर्ष विजेता प्रत्याशीपार्टी 1967प्रताप सिंह ठाकरानभारतीय जनसंघ1968महाबीर सिंहकांग्रेस1972महाबीर सिंहकांग्रेस1977प्रताप सिंह ठाकरानजनता पार्टी1982धर्मबीरकांग्रेस1987सीता राम सिंगलाबीजेपी1991धर्मबीरकांग्रेस1996धर्मबीरकांग्रेस2000गोपी चंदनिर्दलीय2005धर्मबीरकांग्रेस2009सुखबीर कटारियानिर्दलीय2014उमेश अग्रवालबीजेपी2019सुधीर सिंगलाबीजेपी
Tags: Gurugram news, Haryana Election, Haryana election 2024, Haryana news
FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 11:17 IST