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मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट रामजी मल्होत्रा अब आगरा में भी देंगे सेवाएं, जानें कब-किस हॉस्पिटल में होगी ओपीडी

रिपोर्ट- हरिकांत शर्मा

आगरा: दिल्ली के बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने आगरा के सैफायर अस्पताल के सहयोग से कार्डियोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू की हैं. जाने-माने मशहूर डॉक्टर रामजी मल्होत्रा अब आगरा में भी अपनी सेवाएं देंगे .इसका उद्देश्य आगरा और आस-पास के क्षेत्रों में हृदय रोग से संबंधित विशेषज्ञ परामर्श और उपचार उपलब्ध कराना है. बीएलके-मैक्स अस्पताल के कार्डियो थोरासिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग के उपाध्यक्ष, डॉ. रामजी मेहरोत्रा हर महीने के दूसरे शनिवार को सैफायर अस्पताल में मरीजों को परामर्श देंगे.

हृदय के शुरुआती लक्षणों को ना करें बिल्कुल नजरअंदाजडॉ. मेहरोत्रा ने बताया कि लोग अक्सर हृदय रोग के शुरुआती लक्षणों जैसे सीने में दर्द या सांस की तकलीफ को नजरअंदाज कर देते हैं. ये आगे चलकर गंभीर स्थिति का रूप ले सकते हैं. इस ओपीडी सेवा का उद्देश्य लोगों को समय पर इलाज और जागरूकता प्रदान करना है. सैफायर अस्पताल के निदेशक, डॉ. सुमित अग्रवाल ने कहा कि यह साझेदारी आगरा में हृदय रोग के इलाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो लोगों को उनके घर के पास उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी.

कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए कुछ मुख्य उपाय1. स्वस्थ आहार: संतुलित और पौष्टिक आहार जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन का सेवन करें। नमक और चीनी का कम सेवन करें.

2. नियमित व्यायाम: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट एरोबिक व्यायाम (जैसे चलना, दौड़ना, तैराकी) करें। यह दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है.

3. धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान हृदय रोग का मुख्य कारण है. शराब का अत्यधिक सेवन भी हानिकारक हो सकता है.

4. रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करें: नियमित जांच कराएं और यदि इनका स्तर अधिक हो, तो डॉक्टर की सलाह से उचित उपचार लें.

5. तनाव प्रबंधन: ध्यान, योग और गहरी सांस लेने जैसी तकनीकों से तनाव कम करें, क्योंकि लंबे समय तक तनाव हृदय पर बुरा प्रभाव डाल सकता है.

6. डायबिटीज को नियंत्रित रखें: यदि आपको मधुमेह है, तो उसे नियंत्रित करना हृदय के लिए महत्वपूर्ण है.

7. अचानक कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को पहचानें: सीने में दर्द, साँस लेने में तकलीफ, चक्कर आना या अचानक कमजोरी महसूस होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें.

8. आपातकालीन स्थिति के लिए CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) सीखें: यह जीवन रक्षक तकनीक कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान कर सकती है.

इन आदतों को अपनाने से कार्डियक अरेस्ट के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

Tags: Local18

FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 12:49 IST

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