famous Khatushyam Ji temple closed today know reason

Last Updated:April 06, 2025, 13:26 IST
खाटूश्याम जी मंदिर दर्शन के लिए आने वाले भक्त इस खबर को जरूर पढ़ें. दरअसल 19 घंटों के लिए बाबा का दरबार बंद रहेगा, जिसके कारण किसी भक्त को बाबा का दर्शन नहीं मिल पाएगा. आइए पूरा अपडेट जानते हैं.X
खाटूश्याम जी
हाइलाइट्स
खाटूश्याम जी मंदिर 6 अप्रैल रात 10 बजे से 7 अप्रैल शाम 5 बजे तक बंद रहेगा.बाबा श्याम का विशेष तिलक श्रृंगार 7 अप्रैल को होगा.8 अप्रैल को कामदा एकादशी पर भारी भीड़ की संभावना है.
सीकर:- अगर आप आज और कल विश्व प्रसिद्ध कलयुग के अवतार बाबा श्याम के दर्शन करने जा रहे हैं, तो रूक जाइए. दरअसल खाटूश्याम जी मंदिर के कपाट 19 घंटे के लिए बंद रहने वाले हैं. श्री श्याम मंदिर कमेटी ने पत्र जारी कर इसकी सूचना दी है. जारी सूचना के अनुसार, बाबा श्याम की विशेष सेवा पूजा व तिलक श्रृंगार के चलते खाटूश्याम जी के दर्शन बंद रहेंगे. इसको लेकर मंदिर कमेटी ने पत्र जारी कर सभी श्याम श्रद्धालुओं से मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्याम के दर्शन के लिए आने का अनुरोध किया है.
ये है मंदिर बंद और खुलने का समय श्री श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने लोकल 18 को बताया कि मंदिर परम्परा के अनुसार, 7 अप्रैल को बाबा श्याम का विशेष तिलक श्रृंगार होगा. इसलिए 6 अप्रैल यानी आज रात 10 बजे शयन आरती के बाद बाबा श्याम के मंदिर के कपाट आम दर्शनों के लिए बंद होंगे. इसके बाद बाबा श्याम विशेष तिलक श्रृंगार किया जाएगा. श्रृंगार के बाद 7 अप्रैल को 5 बजे संध्या आरती के समय आम भक्तों के लिए गर्भ गृह के कपाट खोले जाएंगे. इस दौरान बाबा का मनमोहक फूलों और देववस्त्रो से श्रृंगार भी किया जाएगा.
एकादशी पर भक्तों की भारी भीड़ आज 6 अप्रैल को रात 10:00 बजे खाटूश्याम जी मंदिर बंद होने के बाद 7 अप्रैल शाम 5:00 बजे खुलेगा. मंदिर खुलने के बाद से ही अब श्याम के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ रहेगी. इसके अलावा अगले दिन 8 अप्रैल को कामदा एकादशी है. इस कारण मंदिर खुलने के बाद आगामी 3 दिन तक भक्तों की भारी भीड़ रहेगी. भक्तों की सहूलियत को लेकर मंदिर कमेटी द्वारा पहले से ही सारी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. गर्मी से राहत देने के लिए मंदिर कमेटी द्वारा गुलाब जल, इत्र व पानी की बौछार की जाएगी.
कौन हैं बाबा श्याम ?हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किए भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि “बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे”.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 06, 2025, 13:26 IST
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खाटूश्याम भक्तों के लिए बड़ा अपडेट! 19 घंटे तक बंद रहने वाला है मंदिर का कपाट