Rajasthan

Famous Sugar Petha of jalor sugar petha recipe ruling the hearts of people for 150 years

जालोर. राजस्थान का जालोर अपनी सांस्कृतिक धरोहर और मिठास भरे व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है. यहां की पारंपरिक मिठाई शक्कर के पेठे ने ना केवल राजस्थान बल्कि देशभर में अपनी खास पहचान बनाई है. लगभग 150 साल पुरानी इस मिठाई को बनाने की परंपरा ने यहां के लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है. शक्कर के पेठे का स्वाद इतना लाजवाब है कि हर उम्र के लोग इसे खाना पसंद करते हैं. जालोर के हर गली-मोहल्ले में मिठाइयों की दुकानों पर यह खास पेठा आसानी से उपलब्ध है.सर्दियों में इसकी डिमांड अधिक रहती है, इसलिए सेल का दायरा भी बढ़ जाता है.

ऐसे तैयार होता है शक्कर का पेठा

हलवाई गोविंद राम ने लोकल 18 को बताया कि यह शक्कर और गाय के दूध की शुद्धता और पुराने पारंपरिक तरीके से तैयार किए जाने वाले ये पेठे अपनी अलग पहचान रखते हैं.  इस मिठाई को बनाने में ना केवल शुद्धता बल्कि मेहनत और समय भी लगता है. गाय के दूध को उबालकर उससे फिका मावा तैयार किया जाता है. इस मावे को धीमी आंच पर भूनकर एक ट्रे में जमा दिया जाता है. इसके बाद इसे ठंडा कर चाशनी में डुबोया जाता है, जिससे मिठाई में गजब की मिठास और कोमलता आती है. चाशनी में डुबोने के बाद इसे सूखने के लिए रखा जाता है और फिर गार्निश कर तैयार किया जाता है.

मुंह में रखते ही घुल जाती है यह मिठाई

जालोर के इन शक्कर के पेठों का स्वाद इतना अनोखा है कि इसे एक बार चखने के बाद हर कोई इसका दीवाना हो जाता है. यहां के स्थानीय लोग और बाहर से आने वाले पर्यटक इसे जरूर खरीदते हैं. स्वाद के साथ-साथ यह मिठाई इतनी हल्की और कोमल होती है कि मुंह में रखते ही घुल जाती है. यही कारण है कि इसे त्योहारों, शादियों और अन्य खास मौकों पर विशेष रूप से पसंद किया जाता है.

बड़े शहरों से भी मिलते हें ऑर्डर

स्थानीय ग्राहकों से बातचीत करने पर पता चला कि यह पेठा कई दिनों तक ताजा रहता है और इसका स्वाद उतना ही लाजवाब रहता है. साथ ही, इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं की जाती है. पारंपरिक तरीके से बनाए गए इन पेठों की रेसिपी आज भी एक रहस्य है, जिसे हलवाई पीढ़ियों से संभालते आ रहे हैं. जालोर के पेठे का स्वाद इतना लोकप्रिय है कि बड़े शहरों जैसे मुंबई, बेंगलुरु, सूरत और अहमदाबाद से भी इसका ऑर्डर आता है. यह मिठाई ना केवल स्वाद का अनुभव कराती है, बल्कि जालोर की परंपरा और शुद्धता का प्रतीक भी है.

Tags: Famous Recipes, Local18, Rajasthan news, Sweet Dishes

FIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 10:51 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj