farmers should take these measures to protect mustard from diseases, this way the crop yield will increase. – News18 हिंदी

कृष्ण कुमार/नागौर:- मारवाड़ की धरा पर ज्यादातर किसानों के द्वारा रबी की फसल में जीरा, ईसबगोल, गेहूं, रायड़ा व सरसों की खेती की जाती है. लेकिन ज्यादातर हिस्सों मे खारा पानी होने की वजह से फसलों मे रोग देखने को मिलता है, जिसके कारण फसल खराब हो जाती है. ऐसे में सरसों व रायड़ा की फसलों मे रोग देखने को मिल रहा है, जिससे किसानो को काफी नुकसान हो रहा है.
नागौर के कृषि विभाग के उपनिदेशक शंकरराम सियाक बताते हैं कि सरसों व रायड़ा दोनों फसलों मे एक जैसा ही रोग लगता है. लेकिन फसलों में इन रोगों से किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. व्हाइट ट्रस्ट व एपिड / जैसिड रोग सरसों मे बहुत तेजी से फैलते हैं, जिससे काफी नुकसान हो जाता है.
सफेद रोली रोग की पहचान व नियन्त्रण
इस रोग को आम भाषा में सफेद रोली रोग कहते हैं, जो ज्यादातर मारवाड़ के क्षेत्र में देखने को मिलता है. इसकी पहचान की बात करें, तो पत्तियों के नीचे के स्तर पर सफेद रंग के गोल फफोले दिखाई देते हैं. बाद में सरसों के फूल व फलियों में इसकी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है और फूल व पत्तियों में विकृत बढ़ोत्तरी दिखाई देती है. इस रोग के उपाय के लिए किसानों को खेत में कार्बेन्डिजम / मेकोजम नामक दवाई का उपयोग करना चाहिए. इस दवाई का उपयोग 2 ग्राम प्रति लीटर पानी या एक हेक्टयेर में 1 किलो दवाई की मात्रा 500 लीटर पानी के साथ मिक्स करके छिड़काव करना चाहिए.
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एपिड / जैसिड रोग की पहचान व उपाय
सरसों में यह रोग देरी से बुवाई या ज्यादा सिंचाई की वजह से लग जाता है. इसकी पहचान की बात करें, तो पत्तियों के किनारे का रंग पीला पड़ना और फिर पत्तियों का मुँड़ जाना इस कीट के प्रकोप के मुख्य लक्षण है. यह लक्षण पादप रस की कमी के कारण व कीट की जहरीली लार के पत्तियों में प्रवेश करने के बाद होता है. इससे बचने के लिए किसान दो प्रकार से उपाय कर सकते हैं. इसके लिए एसटाप्रीड 20% WPC या हमीडा क्लोरोफिड 17.8%SL नामक दवाई का उपयोग करना चाहिए. इसके अलावा मिक्स माइक्रोट्रेट सड़ी गली खाद के साथ छिड़काव करना चाहिए, परन्तु सिंचाई से पहले ये उपाय अपनाना चाहिए.
तमाम दवाईयों के उपयोग से पहले एक बार कृषि विशेषज्ञ से सलाह लें. यदि किसी प्रकार की फसल में रोग देखने को मिल रहा है, तो कृषि विशेषज्ञ शंकरराम सियाक से 9772357131 द्वारा संपर्क कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 13:15 IST