फैशन बदलता रहा पर पाली की जूतियां आज भी दिलों पर कर रही राज, राजा-महाराजाओं वाली जूतियों की जबरदस्त डिमांड

Last Updated:November 27, 2025, 14:59 IST
Rajasthani Jootis : पाली की पारंपरिक जूतियां राजस्थान की शान हैं. हाथों की कारीगरी, नक्काशी, कशीदाकारी और हल्के वजन के कारण ये देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई हैं. यहां आज भी राजा-महाराजाओं के दौर की मौजड़ी और दुल्हा-दुल्हन के लिए बनी खास जूतियां तुरंत तैयार कर दी जाती हैं. शादी-ब्याह हो या परंपरा, पाली की जूतियां हर समारोह की पहचान हैं.
पाली : बदलते समय के साथ भले ही हर कोई फैशन के लिहाज से तरह-तरह के जूते पहनना पसंद करते है मगर जहां बात राजस्थान की आती है तो यहां की प्रसिद्ध जूतियां देशी विदेशी पर्यटकों को खूब भाति हैं. बात पाली शहर की करे तो यहां पर एक ऐसा ही मार्केट है जहां एक दुकान जिसमें आज भी राजा महाराजाओं के समय पहनी जाने वाली जूतियां काफी डिमांड में रहती है. खास बात यह है कि यहां आपकी शादी के दौरान पसंद की जूतियां और मौजरी भी तुरंत प्रभाव से बनाकर दी जाती है.
राजस्थानी जूतियां पारंपरिक चमड़े के जूते होते हैं, जो राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान हैं और अक्सर इनमें जटिल सिलाई, रंगीन और जरी का काम होता है. ये हाथ से बने होते हैं और शादियों जैसे विशेष अवसरों के लिए लोकप्रिय हैं. पाली के पुराना बस स्टेण्ड पर स्थित कई दुकाने जहां आप इन जूतियों को खरीद सकते हैं जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपलब्ध हैं.
राजपरिवारों की खास जूतियां जिनकी यह खासियत राज परिवारों द्वारा पहनी जाने वाली जूतियां जिनकी खास बात करें तो इस मोजड़ी में नीचे अंदर की साइड और चारों तरफ नक्काशी और कशीदाकारी की जाती है. अंदर कशीदाकारी इसलिए की जाती है कि जिससे पांव में आराम रहे और ये खूबसूरत दिखे. जातियों के आधार पर अलग-अलग रंग और कशीदाकारी कर जूतियां तैयार की जाती है.
खासियत यह कि वजन में रहती है काफी हल्की देश से लेकर विदेश में पाली की इन जूतियों की बात करें तो खास बात ये है कि ये वजन में काफी हल्की होती है. इन जूतियों की काफी वैराएटी होती है. राजा महाराजाओं और राज परिवार सहित जातियों के आधार पर ये अलग-अलग डिजाइन, नक्काशी और कशीदाकारी से तैयार की जाती हैं. इनके नाम भी अलग-अलग होते हैं.
निकाह हो या विवाह हर मजहब में जूतियों का महत्वचाहे निकाह हो या फिर विवाह हर धर्म और मजहब के लिहाज से दुल्हे और दुल्हन को खास तौर से तैयार की गई जूतियां पहनाई जाती हैं. जूतियां बनाने का काम अब धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. जोधपुर के बाद पाली की बात करें तो कई परिवार हैं जो बड़ी संख्या में इसमें रोजगार पा रहे है.
Rupesh Kumar Jaiswal
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें
First Published :
November 27, 2025, 14:59 IST
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स्टाइल बदला पर पाली की जूतियों का रॉयल जलवा बरकरार



