Health

fssai-warns-against-calcium-carbide  – हिंदी

Calcium Carbide Cancer Link: आम का मौसम आ गया है. बाजार रंग बिरंगे फलों से गुलजार है. आम के चटकदार रंग आपको बखूबी आकर्षित करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इन आमों को जो समय से पहले पकाया जाता है वह किस चीज से पकाया जाता है. दरअसल, आम हो या केला, फलों को समय से पहले पकाने के लिए कैल्शियम कार्बायड का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन यह कैल्शियम कार्बायड बेहद घातक होता है जिससे कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. एफएसएसएआई यानी खाद्य वस्तुओं पर निगरानी करने वाली संस्था भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने फलों को कृत्रिम रूप से पकाने में कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है. कुछ अध्ययनों में कहा गया है कि कैल्शियम कार्बायड के इस्तेमाल से कैंसर का भी खतरा है. ऐसे में क्या सच में कैल्शियम कार्बायड से कैंसर होता है. इस बारे में हमने सी के बिड़ला अस्पताल के मेडिसीन विभाग के कंसल्टेंट डॉ. तुषार तायल से बात की.

डॉ. तुषार तायल ने बताया कि कुछ रिसर्च में इस तरह की बातें आई हैं. एफएसएसएआई ने भी बताया है कि कैल्शियम कार्बायड जब नमी के संपर्क में आता है तो इससे एसीटिलीन गैस निकलने लगती है. इस गैसमें आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे खतरनाक तत्व मौजूद होते हैं. आर्सेनिक जाहिर तौर पर कैंसर कारक होते हैं. इसलिए इससे कैंसर होने का खतरा रहता है. ऐसे में कैल्शियम कार्बायड का इस्तेमाल बिल्कुल ही न करें तो ज्यादा बेहतर है. लेकिन कहीं से आम खरीद लाए और इसमें पहले से कैल्शियम कार्बायड है तो यह जरूरी नहीं कि उसे कैंसर होगा ही नहीं. कैंसर किसी चीज को एक-दो बार खाने से नहीं होता. इसमें सालों लगते हैं. इसलिए बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है.

कैसे पहचानें कि आम कार्बायड से पका हैडॉ. तुषार तायल ने बताया कि इसका पता लगाना मुश्किल है कि आम में कार्बायड का इस्तेमाल हुआ या नहीं लेकिन चूंकि अब सरकार ने ही इस पर बैन लगा दिया है तो इसकी आशंका कम है. फिर भी यदि आप बाजार से आम लाते हैं तो आम को अच्छी तरह पहले पानी से धो लें फिर सेवन करें. अगर किसी तरह की परेशानी होती है तो डॉक्टर से मिलें लेकिन आमतौर पर इसमें कुछ लोगों को मामूली परेशानी हो सकती है, इसके लिए सामान्य इलाज है.

कैल्शियम कार्बाइड क्यों है खतरनाककैल्शियम कार्बाइड से कृत्रिम रूप से फलों को पकाने पर एसीटिलीन गैस निकलती है,जिसमें आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे खतरनाक तत्व मौजूद होते हैं.यह मिश्रण मसाला नाम से भी जाना जाता है. यह हेल्थ के लिए अत्यंत हानिकारक है.अगर कैल्शियम कार्बायड से पके हुए आम को कोई खाता है तो इससे चक्कर आना, प्यास लगना, त्वचा पर छाले, उल्टी और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा फलों के संपर्क में आने से इन रसायनों के अवशेष फल की सतह पर रह सकते हैं जो सीधे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं.

एफएसएसएआई ने पूरी तरह किया बैनकैल्शियम कार्बायड को एफएसएसआई ने पूरी तरह फलों को पकाने में प्रतिबंधित कर दिया है. FSSAI ने सभी फल व्यापारियों, हैंडलर्स और राइपनिंग चैंबर्स चलाने वाले खाद्य व्यवसाय संचालकों को सख्त चेतावनी दी है कि वे कैल्शियम कार्बाइड के प्रयोग से पूरी तरह बचें. इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 और संबंधित नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.

फिर किस चीज से आम को पकाएंFSSAI ने कैल्शियम कार्बाइड पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाते हुए फलों को पकाने के लिए सुरक्षित विकल्प के तौर पर एथिलीन गैस के प्रयोग की अनुमति दी है. एथिलीन एक प्राकृतिक हार्मोन है, जो फलों में खुद ही पैदा होता है और पकने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है. एथिलीन गैस का उपयोग 100 ppm तक किया जा सकता है. इसकी मात्रा को फलों के प्रकार और उनकी परिपक्वता और किस्म के अनुसार निर्धारित किया जाता है. इसके अतिरिक्त आम जैसे फलों को समान रूप से पकाने के लिए इथेफोन 39% SL के उपयोग की अनुमति दी है.

इसे भी पढ़ें-40 पार करते ही मर्द साल में एक बार जरूर कराएं PSA टेस्ट, 500 रुपये की यह जांच प्रोस्टेट कैंसर से बचाएगी, ये टेस्ट भी जरूरी

इसे भी पढ़ें-जीभ में कैंसर की सबसे बड़ी वजह है तंबाकू, इस अस्पताल के डॉक्टर ने किया आसान इलाज, इन लक्षणों के दिखने पर तुंरंत डॉक्टर के पास जाएं

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj