Fire broke out again in Jodhpur, five including father and son trapped | Jodhpur Fire Incident : जोधपुर में फिर लगी आग, पिता-पुत्र सहित पांच फंसे
सरदारपुरा थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि बहुमंजिला इमारत में राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक है। देर शाम बैंक की तीसरी मंजिल पर आग लग गई। वहां लकड़ी के फर्नीचर बनाने का कार्य चल रहा था। आग से लकड़ी का सामान व अन्य सामग्री चपेट में आ गईं। ऐसे में लपटें निकलने लगी और आग चौथी मंजिल पर भी फैल गई। खिड़कियों से धुआं व लपटें निकलने लगी। इससे वहां हड़कम्प मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और दमकलें बुलाईं। शास्त्रीनगर से दो-तीन दमकलें मौके पर आईं और आग पर काबू पाने में जुट गईं। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। संभवत: शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी है।
यह भी पढ़े : https://www.patrika.com/jodhpur-news/jodhpur-gas-cylinder-blast-bride-s-brother-fainted-after-seeing-the-painful-accident-7926308/
बैंक कर्मचारियों सहित पांच जने फंसे
आग लगने के दौरान बैंक के कर्मचारी अंदर ही थे। कार्यालय सहायक विशाल पंवार और चालक पुखराज बिश्नोई, सचिन, प्रकाश व एक अन्य तीसरी मंजिल पर थे। तीसरी मंजिल पर फर्नीचर का काम चल रहा है। पिता और पुत्र लकड़ी का कार्य कर रहे थे। आग सीढि़यों की तरफ फैल गई। इससे कोई भी नीचे नहीं जा पाया। सभी घबरा गए और चौथी मंजिल की तरफ भागे, लेकिन लपटें वहां भी पहुंच चुकी थी। आखिर में पाचों व्यक्ति छत पर चले गए और फोन कर बैंक अधिकारी व पुलिस को सूचित किया। सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) चक्रवतीसिंह व थानाधिकारी मौके पर पहुंचे। पड़ोसी मकान की छत पर सीढ़ी ले गए, जहां से एक व्यक्ति को सकुशल बाहर निकाला गया। तब तक निगम की हाई स्काई लिफ्ट ब्रांटो मौके पर आई और ऊंची क्रेन की मदद से चारों को सकुशल बाहर निकाल लिया।
यह भी पढ़े : 11 दिन में 25 अंतिम संस्कार: श्मशान के चक्कर काटते थक चुका दूल्हे का भाई सांगसिंह, अब रो भी नहीं पाता
बैंक चालक घबराया, नीचे कूदने का प्रयास किया
आगजनी में बैंक का कार्यालय सहायक विशाल पंवार व चालक पुखराज भी फंस गए। चालक इतना घबरा गया कि वह आग लगी होने के बावजूद जान बचाने के लिए नीचे कूदने को तैयार हो गया। वह रोने लग गया। कार्यालय सहायक विशाल ने समझाइश की, लेकिन वह नहीं माना। आखिरकार चालक को थप्पड़ मारकर शांत कराया जा सका। फिर उसे सकुशल रेस्क्यू कराया तो जान में जान आई।
यह भी पढ़े : मां-पिता और बहन की मौत से बेखर दूल्हे ने बताई दर्दनाक दास्तां, बोला- इस वजह से बच गई मेरी जान
आग में 5 फंसे, घबराए, लेकिन सुरक्षित बचे
बैंक के कार्यालय सहायक विशाल पंवार का कहना है कि छुट्टी का समय हो चुका था। वह तीसरी मंजिल पर गया तो शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। वहां पिता व पुत्र बतौर कारीगर फर्नीचर का काम कर रहे थे। जो आग से झुलसने वाले थे, लेकिन एक को बाहर निकाला, लेकिन वो सीढि़यों से नीचे जाने लगा। चालक पुखराज बिश्नोई, सचिन, प्रकाश व एक अन्य फंस गए। नीचे जाने वाले रास्ते पर लपटें निकल रही थी। सभी को ऊपर भेजा। चालक पुखराज इतना घबरा गया कि वह नीचे कूदने की कोशिश करने लग गया था। उसे थप्पड़ मारकर शांत कराया। तब तक पुलिस और दमकलकर्मी आ गए। एक जने को पड़ोस में मकान में सीढि़यों की मदद से बाहर निकाला। विशाल व तीन अन्य को नगर निगम की स्काई लिफ्ट से सकुशल नीचे उतारा जा सका।
