बंपर पैदवार के लिए मिट्टी की जांच बेहद जरूरी, एक्सपर्ट से जानें सैंपल लेते वक्त किन बातों का रखें ध्यान

Last Updated:April 01, 2025, 12:45 IST
Agriculture Tips: अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. पौधों को अच्छी वृद्धि व विकास के लिए 17 पोषक तत्व चाहिए होते हैं. मिट्टी में किस तत्व की कमी है और क्या पीएच मान है, इसका पता लगाने …और पढ़ेंX
अच्छे उत्पादन के लिए खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाना जरूरी होता हैं.
हाइलाइट्स
अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी की जांच जरूरी है.सैंपल लेते वक्त सिंचाई नाली, मेड़, पेड़ के नीचे से न लें.रबी फसल कटाई के बाद मिट्टी का परीक्षण कराएं.
जयपुर. अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाना बहुत जरूरी है. इससे पता लग जाता है कि मिट्टी में कौन से पोषक तत्वों की कमी है और कौन से पौषक तत्वों की अधिकता है. इसके आधार पर उर्वरकों का उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा रबी की फसल की कटाई के बाद अप्रैल-मई में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू होगी, ऐसे किसान फसल लगाने से पहले अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण जरूर कराना चाहिए.
मिट्टी की जांच के लिए इस प्रकार से लें सैंपल
एग्रीकल्चर एक्सपर्ट बजरंग सिंह ने बताया कि पौधों को अच्छी वृद्धि व विकास के लिए 17 पोषक तत्व चाहिए होते हैं. इनमें से कार्बन, हाइड्रोजन व ऑक्सीजन पौधों में सबसे अधिक मात्रा में होता है. इन तीन तत्वों की पूर्ति पौधे पानी एवं वायु से करते हैं, बांकी 14 तत्वों में से नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश को पौधे अधिक मात्रा में मिट्टी से अवशोषित करते हैं. इसलिए, रासायनिक उर्वरकों जैस यूरिया, डीएपी, सुपर फास्फेट एवं म्यूरेट ऑफ पोटाश के रूप में दिए जाते हैं. अन्य तत्वों की आपूर्ति भूमि से ही हो जाती है. लगातार फसल लगाने से मिट्टी में इन तत्वों की कमी हो जाती है तथा कार्बनिक खादों का प्रयोग नहीं करने से उर्वरता असन्तुलित हो जाती है. मिट्टी परीक्षण से पीएच मान का भी पता लगता है. इससे मिट्टी में चूना या जिप्सम आदि देना है या नहीं, यह भी तय किया जा सकता है.
सैंपल लेने में इसका रखें ख्याल
कभी भी सिंचाई की नाली के पास से, मेड़ के ऊपर से, पेड़ के नीचे से, कुएं व खाद के ढेर के समीप से खेत की मिट्टी का सैंपल न लें. मिट्टी का सैंपल अलग-अलग गहराई से लें. अनाज, दलहन, तिलहन व रेशों की फसलों के लिए ऊपरी 15 से.मी. की गहराई से, फलदार पेड़ अर्थात बगीचा लगाने के लिए 1 मीटर गहराई से नमूने लें और अलग-अलग परतों की मिट्टी का अलग सैंपल लें.
फसल अवशेष का निस्तारण करें
किसान रबी की फसल की कटाई के बाद फसल अवशेषों को जलाएं नहीं. बल्कि, हल, रोटावेटर, स्ट्रॉ रीपर और कल्टीवेटर द्वारा मिट्टी में ठीक से मिलाकर खेतों की गहरी जुताई करें. फिर छोड़ दें ताकि तेज गर्मी से कीड़ों के अण्डे व घास के बीज नष्ट हो जाएं. इससे फसल के उत्पादन पर भी प्रभाव पड़ेगा.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
April 01, 2025, 12:45 IST
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खेत के पोषक तत्वों का ऐसे करें परीक्षण, उत्पादन बढ़ाने में मिलेगी मदद