Four Miscreants Arrested For Tampering With ATM Machines – एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ कर रुपए निकालने वाले चार बदमाश गिरफ्तार

आरोपियों के करीब 10 बैंकों में है बैंक खाते

विधायकपुरी थाना पुलिस ने राजस्थान के अलग अलग शहरों में अलग अलग एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ कर रुपए निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं।
डीसीपी (दक्षिण) हरेन्द्र कुमार ने बताया कि परिवादी मयंक शर्मा बिजनेस हैड टीएसएल राजस्थान लि ने 25 मार्च 2021 को थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि उनकी कंपनी राजस्थान और अन्य राज्यों में बैंक एटीएम स्थापित और संचालन का काम करती हैं। जयपुर में काफी समय से एटीएम मशीन से छेड़छाड़ करके 1623 ट्रांसजेक्शन के माध्यम से 1 करोड़ 63 लाख 91 हजार रुपयों की ठगी की हैं। पुलिस ने इस मामले में पड़ताल कर कोटा निवासी अजहर खान (33) कैथवाडा भरतपुर निवासी शोकिन (31), तालिम (24) और कैथवाडा भरतपुर निवासी रोबन (18) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश कर रही हैं।
मामला दर्ज कर चार बदमाशों को पकड़ लिया।
तरीका वारदात-
आरोपी पहले तो अलग अलग बैंकों में ऑनलाइन अपना बैंक खाता खुलवाते है और एटीएम कार्ड प्राप्त कर लेते हैं। बैंक खाते में ऑनलाइन ही रुपया ट्रांसफर करते हैं। करीब एक महीने के बाद केवाईसी की तस्दीक होने से पहले एक ही कार्ड से कई एटीएमों से दस दस हजार रुपए की रकम 5 से 10 बार निकाल लेते हैं। उसके बाद एटीएम कार्ड को तोड़कर फेंक देते हैं।
इस तरह होती है छेड़छाड़-
एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड लगाकर पिन नम्बर डालकर रुपए निकालने के लिए प्रोसेस करते है। मशीन से रुपए जैसे ही बाहर की तरफ आते है तो मशीन की बिजली पावर वायर को खीच लेते हैं। जिससे एटीएम मशीन की प्रोसेसिंग कुछ समय के लिए बंद हो जाती है। तभी रुपए ले लेते है। लेकिन एटीएम मशीनों के रुपयों के निकलने की एंट्री नहीं होती हैं। एटीएम मशीन के रुपयों की निकलने की एंट्री नहीं होने से आरोपी 24 घंटों में ही कस्टमर केयर पर फोन कर शिकायत दर्ज करा देते है कि हमारे बैंक खाते से रुपए कट गए हैं। लेकिन एटीएम मशीन से रुपए नहीं निकले हैं। जिसकी बैंक द्वारा तस्दीक करने पर एटीएम रिकार्ड से रुपए नहीं निकलने पर बैंक द्वारा रुपए निकासी के इन्द्राज को निरस्त कर आरोपी के खाते में रुपए वापस जमा बता दिए जाते हैं।
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