हड्डियों में बार-बार दर्द होना इस बीमारी का संकेत ! तुरंत कराएं जांच, वरना चलना-फिरना भी होगा मुश्किल

All About Osteoporosis Disease: हड्डियां हमारे शरीर का आधार होती हैं. हड्डियां कमजोर हो जाएं या इनमें फ्रैक्चर हो जाए, तो लोगों के लिए चलना-फिरना भी दुश्वार हो जाता है. हड्डियों को मजबूत बनाए रखकर लोग लंबी उम्र तक आसानी से चल-फिर सकते हैं. हड्डियां मजबूत करने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी की जरूरत होती है. अगर शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए, तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और लोगों को कमजोरी महसूस होने लगती है. हड्डियां कमजोर होना इससे जुड़ी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. इस बारे में डॉक्टर से जान लेते हैं.
ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट के कंसल्टेंट डॉ. भरत गोस्वामी ने को बताया कि 40-50 की उम्र के बाद लोगों की हड्डियां डिजेनरेट होने लगती हैं. यही कारण है कि बुजुर्ग लोगों को चलने-फिरने में काफी परेशानी होती है. हालांकि नेचुरल तरीके से हड्डियां कमजोर होना अलग बात है, लेकिन कई बार डिजीज की वजह से कम उम्र में ही हड्डियां दर्द करने लगती हैं. आजकल युवाओं में भी हड्डियां कमजोर होने के मामले देखे जा रहे हैं. इनकी वजह ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी हो सकती है. ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की सबसे कॉमन और खतरनाक बीमारी होती है.
क्या होती है ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी?
डॉक्टर भरत गोस्वामी ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की बीमारी होती है, जिसकी वजह से बोन मास डेंसिटी (BMD) कम हो जाती है. इसकी वजह से बोन कमजोर हो जाती हैं. ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों की हड्डियां हल्का सा झटका लगने और चलते-फिरते फ्रैक्चर होने लगती हैं. इंसान की हड्डियां प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी से मिलकर बनती हैं. ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियों में इन तीन पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. यह बीमारी उम्र बढ़ने के साथ होती है और 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है. हालांकि आजकल युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं.
क्या होते हैं ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण?
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी होने पर शरीर की सभी हड्डियों में तेज दर्द होना शुरू हो जाता है. खासतौर से जिन हड्डियों पर ज्यादा वजन आता है, उन जॉइंट्स में सबसे ज्यादा दर्द होता है. लोगों की स्पाइन, हिप और पैरों के जॉइंट्स में तेज दर्द होने लगता है. ऑस्टियोपोरोसिस की वजह से हड्डियों में फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है. ऑस्टियोपोरोसिस गंभीर हो जाए, तो लोगों को उठने-बैठने में भी परेशानी हो सकती है. इससे बचने के लिए 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को साल में एक बार अपनी हड्डियों का चेकअप जरूर कराना चाहिए.
ऑस्टियोपोरोसिस की वजह और बचाव के तरीके
आजकल की बिगड़ती लाइफस्टाइल और खान-पान की खराब आदतों की वजह से युवा हड्डियों की इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है. मेनोपॉज के बाद महिलाओं को हड्डियों की इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. डॉक्टर्स की मानें तो ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए लोगों को पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी लें, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं, हरी पत्तेदार सब्जियां और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ लें. इसके अलावा आपको विटामिन डी सप्लीमेंट या डेली मल्टीविटामिन लेने की भी आवश्यकता हो सकती है.
यह भी पढ़ें- बारिश में नहीं मिल पा रहा विटामिन D, अपनाएं ये 3 आसान तरीके, नहीं होगी इस पोषक तत्व की कमी
Tags: Health, Lifestyle, Trending news
FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 16:06 IST