दोस्त का चमचमाता करियर नशे की लत ने किया तबाह, धुरंधर ने मन में ठानी, करोड़ों के ऑफर को ठुकराया, कभी नहीं किया ये काम
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के एक ऐसा सितारा जो जिसके करियर का आगाज ऐसा कि इंटरनेशनल क्रिकेट हिल गया. शोहरत मिली लेकिन नशे की लत ने सबकुछ बर्बाद कर दिया. हम बात कर रहे हैं पूर्व भारतीय बल्लेबाज विनोद कांबली की जिनका शानदार करियर नशे की वजह से डूब गया. वहीं उनके जिगरी सचिन तेंदुलकर ने दोस्त का ऐसा हाल देख एक सीख ली और जीवनभर कभी भी किसी नशीली प्रदार्थ का विज्ञापन नहीं किया.
सचिन तेंदुलकर और विनोद कंबली दोनों ही भारतीय खिलाड़ी ने छोटी उम्र में बड़े धमाके किए. घरेलू क्रिकेट में ऐसा धमाका किया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में चयनकर्ताओं उनको मौका देने को मजबूर हो गए. एक तरफ सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को अपना सबकुछ समझा और पूरी शिद्दत से इसे जीवन समर्पित कर दिया. अनुशासन के साथ खेल को ही पहली प्राथमिकता दी तो वहीं विनोद कांबली नशे की चपेट में आ गए. खेल से ध्यान हटा और उनके करियर पर विराम लग गया.
शानदार करियर नशे ने किया बर्बादजानकार मानते हैं कि सचिन तेंदुलकर से ज्यादा टैलेंट विनोद कांबली में था. 1988 को संत जेवियर्स स्कूल के खिलाफ शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल की तरफ से खेलते हुए सचिन तेंडुलकर और विनोद कांबली की जोड़ी ने 664 रनों की अटूट साझेदारी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. इस साझेदारी में सचिन ने जहां 326 रन बनाए थे तो नहीं कांबली ने नाबाद 349 रन ठोके. इंटरनेशनल डेब्यू पर सचिन की शुरुआत फीकी रही थी तो वहीं कांबली ने भारत के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट डबल सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाया. 21 साल की उम्र में अपने पहले उन्होंने 7 टेस्ट में 2 दोहरे शतक और 2 शतक जमाए. नशे की आदत और अनुशासन की कमी ने महज 2 साल में उनका टेस्ट करियर खत्म कर दिया.
सचिन ने ठुकराया करोड़ों का ऑफर महज 16 साल की उम्र में अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट की पूजा की और इसके दामन पर कभी दाग नहीं लगने दिया. एक तरफ जहां उनके जिगरी का करियर नशे की वजह से बर्बाद हुआ तो वहीं मास्टर ब्लास्टर ने पूरे करियर में तमाम तरह से विज्ञापन किए लेकिन कभी किसी नशीली चीज को प्रमोट नहीं किया. उन्होंने करोड़ों के ऑफर को इसलिए ठुकराया क्योंकि वो जानते थे देश के युवा उनको फॉलो करते हैं. अगर उन्होंने किसी ऐसा चीज का विज्ञापन किया तो युवाओं में गलत संदेश जाएगा.
FIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 07:26 IST