तस्करों से मुक्त करायी 9 हजार गाय, गौधाम ने दिया आसरा,गोबर-गौमूत्र से बन रहे 40 से ज्यादा कॉस्मेटिक्स

भरतपुर. वृद्ध गायों को आवारा न छोड़ें. उनका गोबर और गौ मूत्र भी काम का रहता है. गायों को संरक्षण दें और उनके अपशिष्ट का बेहतरीन इस्तेमाल कर दुनिया को कैमिकल फ्री प्रोडक्ट दें. भरतपुर का गौ धाम यही संदेश दे रहा है. यहां 9 हजार गायों को संरक्षण दिया गया है. ये सभी वो गाय हैं जो गौ तस्करों के हाथ से मुक्त करायी गयी हैं.
भरतपुर के डीग जिले का कुछ भाग ब्रज क्षेत्र में आता है और कुछ हिस्सा मेवात क्षेत्र में है. ब्रज क्षेत्र भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली रहा है तो मेवात क्षेत्र में गौ कशी की घटना सामान्य है. इस क्षेत्र में आय दिन पुलिस और गौ तस्करों के बीच में मुठभेड़ होती रहती है. ये देखते हुए गायों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए कथा वाचक राजेंद्र दास महाराज मलूक पीठ ने जड़खोर में 14 साल पहले गौधाम की स्थापना की थी. इसमें गौ तस्करों से मुक्त करायी गयी गाय रखी गयीं हैं. आज इस गौशाला में हजारों की संख्या में गाय हैं. उनकी देखभाल के लिए लोग भी लगे हुए हैं. इस गौधाम में सबसे खास बात यह है. गाय के दूध,मूत्र और गोबर से 40 से अधिक प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. इनकी मांग राजस्थान सहित देश विदेश में भी है.
9 हजार गायों की रक्षागौधाम के व्यवस्थापक मनोज कुमार ने बताया मेवात क्षेत्र में गौ तस्करी आम थी. इसे देखते हुए गायों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए कथावाचक राजेंद्र दास जी महाराज मलूक पीठ ने जमीन ली और फिर यहां जड़खोर गौधाम की स्थापना की गई. इस गौ धाम में उन्ही गांव गाय को रखा जाता है जो गौ तस्करों से आजाद कराई गई हैं. अब इनकी मेवात क्षेत्र में पांच से अधिक गौशाला हैं.जिनमें करीब 9 हजार के आसपास गौ वंश हैं. इनकी देखभाल के लिए 400 से अधिक लोग लगे हुए हैं.
दूध- गौ मूत्र और गोबर से 40 से अधिक प्रोडक्टगाय की हर चीज काम की है. यहां गाय से निकली हर चीज का बेहतरीन उपयोग किया जा रहा है. फिर भले ही वो दूध हो या गोबर. जड़खोर गौधाम में गाय के दूध, मूत्र और गोबर से शैंपू ,हेयर ऑयल, घी, छाछ, धूप बत्ती, लकड़ी, फिनाइल, दंत मंजन , गौ मूत्र अर्क,चूर्ण ,अगर बत्ती, त्वचा क्रीम जैसे 40 से अधिक प्रोडक्ट बनाये जाते हैं. इनकी मांग राजस्थान सहित देश विदेश में है. इन प्रोडक्ट्स से होने वाली आय से गौशालाओं का खर्चा चलता है. गाय के गोबर से बायो गैस प्लांट भी लगा रखा है.जिससे गौशाला में बिजली की पूर्ति होती है. जडखोर गौधाम में समय समय पर लोग भ्रमण करने भी आते हैं और यहां की व्यवस्था देखकर लौटते हैं. गौ सेवा दलों की ओर से गौशाला की साफ सफाई और देखभाल के लिए कई बार इस गौधाम को कई अवार्ड भी मिल चुके हैं.
गाय की रक्षा हमारा मिशनजड़खोर गौधाम गाय संरक्षण के लिए एक समर्पित मिशन के साथ काम कर रहा है. लोगों को गाय का महत्व समझाने के लिए प्रतिबद्ध है. गौधाम के लोग कहते हैं हमारा मिशन आवारा, परित्यक्त गायों, बैलों, सेवानिवृत्त बैलों और अनाथ बछड़ों की देखभाल करना है. हम उन्हें घास, आटा, ताजी घास, साफ पानी, चिकित्सा उपचार और आश्रय प्रदान करते हैं.जहां वे चोटों से उबर सकें और शांति से रह सकें यही हमारा मकसद है.
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FIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 13:18 IST