Gehlot-pilot Camp Engaged In Efforts To Convince Hemaram Choudhary – प्रेशर पॉलिटिक्सः पर्दे के पीछे हेमाराम को मनाने के प्रयास, कवायद में जुटे गहलोत-पायलट कैंप

पर्दे के पीछे रहकर इस्तीफ वापस लेने की हो रही है मनुहार

जयपुर। अपने विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं होने से आहत होकर इस्तीफा देने वाले गुडामालानी से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए पर्दे के पीछे कवायद शुरू हो गई है। अशोक गहलोत गुट और सचिन पायलट कैंप के नेता पर्दे के पीछे रहकर हेमाराम चौधरी को मनाने की कवायद में लगे हुए हैं।
हालांकि इस मामले में खुलकर कोई भी सामने नहीं आ पा रहा है, लेकिन अंदरखाने दोनों ही कैंपों के नेता हेमाराम चौधरी से संपर्क बनाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों खेमों के नेताओं की ओर से पर्दे के पीछे हेमाराम से संपर्क करने के बाद ही हेमाराम के तेवर थोड़े नरम पड़े हैं, कहा जा रहा है कि अपने इस्तीफे को लेकर हेमाराम चौधरी एक या 2 दिन में फैसला लेंगे कि वे अपना इस्तीफा वापस लेते हैं या नहीं।
पर्दे के पीछे इसलिए शुरू हुई कवायद
दरअसल दोनों ही कैंपों की ओर से पर्दे के पीछे हेमाराम चौधरी को मनाने की कवायद इसलिए शुरू की गई है कि कोई सियासी बयानबाजी अब पार्टी में ना हो। ऐसे में आला नेताओं के निर्देश के बाद दोनों ही खेमों के नेता पर्दे के पीछे हेमाराम को मनाने की कवायद में जुटे हुए हैं।
खुलकर सामने नहीं आने की वजह यह भी
वहीं दूसरी ओर हेमाराम को मनाने की कवायद में दोनों ही खेमों की ओर से खुलकर सामने नहीं आने की एक वजह यह भी है कि एगर अभी दोनों ही खेमों की ओर से खुलकर हेमाराम को मनाने की कवायद की जाती है तो भविष्य में कोई और विधायक भी अपनी मांग मनवाने के लिए हेमाराम चौधरी का अनुसरण कर अपने विधायक पद से इस्तीफा दे सकता है।
ऐसे में प्रयास यही किए जा रहे हैं कि खुलकर सामने आने की बजाए पर्दे के पीछे रहकर हेमाराम को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाया जाए।इधर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी हेमाराम चौधरी से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।