पाली में बकरियां चरा रहा था चरवाहा… दबे पांव आ रहा था ये खूंखार जानवर….फिर निकली चीखने की तेज आवाज

Last Updated:March 21, 2025, 08:21 IST
Pali News: पाली जिले के सुमेरपुर में जवाई बांध के पास जंगल में बकरियां चराने गए एक चरवाहे पर गुरुवार को लेपर्ड ने हमला कर दिया. चरवाहे की गर्दन जबड़ों में दबोचकर लेपर्ड अपनी गुफा की तरफ ले गया. जिसके बाद सूचना प…और पढ़ें
चरवाहे की गर्दन दबोचकर लेपर्ड ने की हत्या
हाइलाइट्स
पाली में चरवाहे पर लेपर्ड का हमलाचरवाहे की गर्दन दबोचकर लेपर्ड ने हत्या कीपुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची
पाली:- जिले में आने वाले आस-पास के गांवों में इन दिनो लेपर्ड का आतंक इतना बढ़ गया है, कि अब एक लेपर्ड ने चरवाहे को अपना शिकार बनाकर उसकी हत्या कर दी. यही नहीं लेपर्ड ने पहले चरवाहे पर हमला किया और बाद में गर्दन को अपने जबड़ो में दबोचकर अपनी गुफा की तरफ ले गया. आपको बता दें, कि लेपर्ड के अटैक का पाली में यह पहला मामला नहीं है. यहां पर आए दिन लेपर्ड के आतंक से लोग खौफ में जीने को मजबूर है. आए दिन लेपर्ड के अटैक के मामले सामने आते है. ऐसे में एक चरवाहे की हत्या के बाद से लोगों में और डर बढ़ गया है. यह घटना पाली जिले के सुमेरपुर के जवाई बांध के पास जंगल की है.
पुलिस व वन विभाग की टीम पहुंची मौके परबता दें, कि पाली जिले के सुमेरपुर में जवाई बांध के पास जंगल में बकरियां चराने गए एक चरवाहे पर गुरुवार को लेपर्ड ने हमला कर दिया. चरवाहे की गर्दन जबड़ों में दबोचकर लेपर्ड अपनी गुफा की तरफ ले गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक चरवाहे की मौत हो चुकी थी. पशुपालक की पहचान बलवना गांव निवासी भोलाराम (25) पुत्र कानाराम के रूप में हुई है. पुलिस ने उसकी बॉडी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाई है. वन विभाग की टीम लेपर्ड की तलाश में जुटी हैं.
वन विभाग की टीम कर रही पड़ताल इस बारे में सीओ सुमेरपुर जितेन्द्रसिंह ने बताया, कि मृतक की बॉडी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाई है. सूचना मिली थी कि मृतक भोलाराम पर लेपर्ड ने हमला किया. आगे वे बताते हैं, कि वन विभाग की टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है. इस घटना के बाद से ही टीम सतर्क हो गई है. लेपर्ड किसी ओर पर हमला न कर दे उसको लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.
First Published :
March 21, 2025, 08:20 IST
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पाली में बकरिया चरा रहा था चरवाहा, दबे पाव आया खूंखार शिकारी, दबोच ली गर्दन!