Good news for farmers and cattle rearers, a subsidy of Rs 10,000 will be given for making cow dung manure, 400 farmers of Nagaur included
दीपेंद्र कुमावत/नागौर: किसानों और पशुपालकों के लिए राहत भरी खबर है. राजस्थान में गायों के संरक्षण के लिए कृषि विभाग ने पहल की है. जैविक खाद के जरिए फसलों और सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि विभाग पहली बार गाय पालने के लिए अनुदान राशि प्रदान करेगा. गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना के तहत, राजस्थान की प्रत्येक पंचायत समिति में 50-50 किसानों को अनुदान मिलेगा. किसानों को इस योजना का लाभ पाने के लिए राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास कम से कम पांच गाय हैं और जिन्होंने जैविक खाद बनाने के लिए विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ नहीं लिया है. इस शर्त का उद्देश्य न केवल गोवंश संरक्षण करना है बल्कि गाय के गोबर से बनने वाली जैविक खाद को रासायनिक खादों और कीटनाशकों का बेहतर विकल्प बनाना है. इससे न केवल फसल और सब्जियों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी सेहतमंद होगी. कृषि आयुक्तालय ने प्रदेश के सभी जिलों के लिए योजना के लक्ष्य भी जारी कर दिए हैं.
10,000 रुपये तक का अनुदानगोवर्धन जैविक उर्वरक योजना के तहत जैविक उर्वरक उत्पादन के लिए इकाई स्थापना पर लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 10,000 रुपये प्रति इकाई (आकार के अनुसार) अनुदान दिया जाएगा. दो बेड की इकाई की स्थापना के लिए 20 फीट लंबा और 3 फीट चौड़ा बेड बनवाने पर अनुदान मिलेगा. इस योजना के तहत, किसान को 8 से 10 किलोग्राम केंचुए खुद से लाने होंगे. इससे तैयार गोबर की कम्पोस्ट खाद का खेत में उपयोग किया जा सकेगा.
जिलेवार अनुदान वितरणअजमेर के 250, दौसा के 160, चूरू के 400, केकड़ी के 300, ब्यावर के 300, झुंझुनू के 550, दूदू के 150, बहरोड़ के 300, नागौर के 400, सीकर के 400 और नीमकाथाना के 300 किसानों और पशुपालकों को इस योजना के तहत अनुदान मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED : September 26, 2024, 16:54 IST