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Google shuts down its Gemini AI tool | Google ने बंद की अपनी ये सर्विस, अब यूजर्स को उठानी पड़ रही परेशानी

Google Gemini AI Tool हुआ बंद दरअसल हम बात कर रहे हैं Google Gemini AI टूल की, जिसे कंपनी ने हाल ही में लॉन्च किया था। Google Gemini एक ऐसा टूल है कि जो AI की मदद से लोगों की छवियां या फोटो जनरेट करता है। भारत जैसे देशों में इस टूल को काफी पंसद किया गया था, लेकिन अमेरिका जैसे श्वेत बहुल देशों में इसे सिरे से नकार दिया। इसका एक कारण था कि Google Gemini Tool श्वेत लोगों की फोटो को उनके मुताबिक जनरेट नहीं कर रहा था।

कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया भी दी है। एंटरप्राइज सर्च स्टार्टअप ग्लीन के संस्थापक इंजीनियर देबर्घ्य दास ने Gemini Tool की जनरेट की हुई फोटो को पोस्ट करते हुए कहा है कि इन फोटो में ये पहचानना मुश्किल है कि इनमें से श्वेत लोग कौन से हैं, क्योंकि इस टूल ने तो सभी इमेज को गहरे त्वचा के रंग का जनरेट किया है। ये श्वेत लोगों के लिए बेहद शर्मनाक बात है। Google का ये टूल तो ये बता रहा है कि श्वेत लोगों का कोई अस्तित्व ही नहीं है।

दास ने जो तस्वीरें पोस्ट की वो Gimini AI जेनरेटेड थीं। इसमें चार स्वीडिश महिलाओं की तस्वीर थी, इनमें कोई भी श्वेत नहीं था, सभी ब्लैक और एशियाई नाजी सैनिकों की तस्वीरें थीं। यूजर्स की शिकायतों के बाद बंद की सर्विस

सर्च इंजन Google ने ये ऐलान तब किया जब Gemini AI यूजर्स ने इसकी शिकायत सोशल मीडिया पर कर दी। Google ने सोशल मीडिया साइट X पर कहा कि “हम पहले से ही जेमिनी की छवि निर्माण सुविधा के साथ हालिया मुद्दों को संबोधित करने के लिए काम कर रहे हैं। ऐसा करते समय, हम लोगों की छवि निर्माण को रोकने जा रहे हैं और जल्द ही एक बेहतर संस्करण फिर से जारी करेंगे।”

Gemini AI Tool पहले लोकप्रिय हुआ फिर नाराजगी भी झेली

बता दें कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर AI जनरेटेड तस्वीरों की बाढ़ सी आ गई है, तमाम AI टूल इसके लिए अब लोगों की पंसद बन चुके हैं, इसमें एक बड़ा नाम Google Gemini तका भी था, लेकिन इसकी कुछ तस्वीरों ने लोगों के मन में आक्रोश भी पैदा कर दिया था। क्योंकि ये तस्वीरें वैसी नहीं थी, जैसे लोग होते थे, ऐसे में कई यूजर्स ने Google पर जागरूक ना होने का आरोप तक लगाया था।

OpenAI से कड़ी टक्कर Google, जो 2022 में ChatGPT के लॉन्च के बाद से अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी OpenAI को पछाड़ने में लगा हुआ , उसे AI प्रोडक्ट्स के रोलआउट में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीते साल ही Google ने माफी मांगी थी क्योंकि उसके AI चैटबॉट बार्ड ने एक डेमो के दौरान गलत तरीके से कहा था कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने सौर मंडल के बाहर एक ग्रह की पहली तस्वीरें ली थीं।

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