Rajasthan

Ground Report: एक ही घर के 10 चक्कर! एसआईआर अभियान पर बीएलओ बोले- इससे निजी जीवन भी बिगड़ रहा

Last Updated:November 26, 2025, 07:29 IST

एसआईआर सर्वे ग्राउंड रिपोर्ट: करौली में चल रहे विशेष पुनरीक्षण अभियान ने BLO के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है. मतदाताओं की उदासीनता, दस्तावेजों की कमी और फॉर्म जमा न करने से BLO को एक ही घर पर कई बार जाना पड़ रहा है. 200 फॉर्म का दैनिक लक्ष्य, वरिष्ठ अधिकारियों का दबाव और लगातार फील्ड व डॉक्यूमेंटेशन के काम से BLO थकान और तनाव झेल रहे हैं. महिला BLO नीतू शर्मा और सैयद अनवर खान ने बताया कि काम का बोझ इतना बढ़ गया है कि निजी जीवन प्रभावित हो रहा है.

करौली. देशभर में इन दिनों विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) तेजी से चलाया जा रहा है. जब यह अभियान शुरू हुआ था, तब यह मतदाताओं के लिए सिरदर्द बना हुआ था, लेकिन अब यही अभियान घर-घर जाकर मतदाता सूची अपडेट करने वाली BLO के लिए भी परेशानी और तनाव का कारण बन गया है. राजस्थान के करौली में कई बूथों के BLO ने विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान आने वाली रोज़मर्रा की चुनौतियों को लोकल 18 से साझा किया. BLO का कहना है कि इस अभियान का असर अब उनकी निजी जिंदगी पर भी पड़ रहा है.

मतदाताओं की उदासीनता और सहयोग की कमी ने इस अभियान को BLO के लिए और जटिल बना दिया है. प्रदेशभर में टारगेट और दबाव के कारण हार्ट अटैक से मौत तक के मामले सामने भी आए हैं. महिला BLO नीतू शर्मा ने बताया कि उन्हें रोजाना 200 फॉर्म का लक्ष्य दिया जाता है, जो पूरा करना बेहद मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि काम का बोझ इतना ज्यादा है कि वे अपने परिवार और बच्चों को समय नहीं दे पा रही हैं, जिससे उनकी निजी जिंदगी प्रभावित हो रही है.

मतदाताओं का नहीं मिल रहा सहयोग

करौली के कई BLO का कहना है कि मतदाता इस अभियान में पूरा सहयोग नहीं कर रहे. अगर मतदाता समय पर दस्तावेज उपलब्ध कराएं और फॉर्म भरकर लौटा दें, तो यह अभियान बहुत तेजी से पूरा हो सकता है. लेकिन वर्तमान स्थिति में BLO को बार-बार उन्हीं घरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. नीतू शर्मा ने बताया कि जब BLO घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करते हैं, तब मतदाता उन्हें लेने तो तैयार हैं, लेकिन फॉर्म भरने और जमा करने के लिए उनके पास समय नहीं होता. बहुत से फॉर्म फोटो के अभाव में पेंडिंग हो जाते हैं. एक फॉर्म के लिए BLO को 8-10 बार एक ही घर जाना पड़ रहा है.

टारगेट पूरा करने का दबाव, खुद भर रहे फॉर्म

टारगेट पूरा करने के प्रेशर के कारण कई BLO खुद ही मतदाताओं के फॉर्म भर रहे हैं. सुबह से फील्ड का दौरा, दोपहर में डॉक्यूमेंटेशन और देर रात घर पर भी काम करना, यह अब BLO के जीवन की दिनचर्या बन गई है. BLO सैयद अनवर खान ने बताया कि एक इलाके से दूसरे इलाके या बूथ में शिफ्ट होने वाले मतदाताओं को ढूंढना सबसे मुश्किल काम है. शिफ्टेड मतदाताओं को लोकेट करने के लिए दिनभर मेहनत करनी पड़ती है. वहीं ऊपर से वरिष्ठ अधिकारियों का निरंतर फोन और काम का दबाव मानसिक थकान बढ़ा रहा है.

deep ranjan

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें

Location :

Karauli,Rajasthan

First Published :

November 26, 2025, 07:26 IST

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आखिर क्यों एसआईआर बन रहा तनाव का कारण, बीएलओ बोले- निजी जीवन पर पड़ रहा असर

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