Ground Report: ‘मेरे रोंगटे खड़े हो गए’, ‘जिन्हें टीवी पर देखते थे उन्हें सामने देख रहे हैं’…पहली बार पार्लियामेंट पहुंचे सांसदों ने जानें क्या कहा…

संसद भवन का विशेष सत्र जारी है. आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद की विधिवत कार्यवाही शुरू हो गई है. शुरू के दो दिन तो नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ लेने का सिलसिला चलता रहा. कल तीसरे दिन लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ. बीजेपी सांसद ओम बिरला को ध्वनि मत से दूसरी बार स्पीकर चुन लिया गया. आज चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण हुआ है.
18वीं लोकसभा कई मायनों में अलग है. इस बार 543 सांसदों में से 7 प्रतिशत सांसद ऐसे हैं जो पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं. इस बार 280 सांसद ऐसे हैं जो पहली बार सांसद चुनकर संसद पहुंचे हैं. लोकसभा भवन में पहुंचकर हर कोई अलग-अलग महसूस कर रहा है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में पहुंचकर किसी सांसद के रोंगटे खड़े हो गए तो किसी का जीवनभर का सपना पूरा हो गया.
ऐसे ही अलग अनुभवों के बारे में जानने के लिए हमारे सहयोगी….. ने संसद भवन में नए सांसदों से बात की और उनके अनुभव के बारे में पूछा.
सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनकर आए राम भुआल निषाद ने बताया, “हम विधायक रहे हैं, मंत्री रहे हैं. क्षेत्र का विकास किया है. लोकसभा में पहली बार आए हैं. अब क्षेत्र के अधिक विकास के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा.”
एक सांसद ने बताया, “निश्चित रूप के काफी उत्सुकता है. काफी चीजें सीखने को मिल रही हैं. यह वरिष्ठ लोग हैं, जिनसे बहुत कुछ सीखना है. जब मैंने नामांकन किया तब मेरे हाथ में संविधान था, जब शपथ ली तब भी हाथ में संविधान ही था. इसलिए संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करना मेरा सबसे बड़ा दायित्व है. एक महत्वपूर्ण बात ये है कि जिस प्रकार राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समय समाज के हर वर्ग से विचार-विमर्श करने के बाद एक गारंटी पत्र तैयार किया था, इसी प्रकार मेरा भी प्रयास है कि अपने क्षेत्र के सभी अलग-अलग वर्ग के लोगों से विचार करने के बाद उनकी जो प्राथमिकताएं हैं, वो ही मेरी प्राथमिकताएं होंगी. उनके अनुसार ही काम की रणनीति तय की जाएगी. और काम को एक निश्चित समय के भीतर पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.”
जौनपुर से सपा सांसद बाबू सिंह कुशवाह भी पहली बार संसद पहुंचे हैं. उनका सपना भी जौनपुर को विकास के रास्ते पर ले जाने का है, “पहली बार संसद आकर अच्छा लग रहा है. देश के बारे में जानने का मौका मिल रहा है. देश के अलग-अलग क्षेत्रों से सांसदों से मिलने का मौका मिल रहा है. संसद में हम जौनपुर की समस्याओं को उठाएंगे. जौनपुर को विकास के रास्ते पर ले जाएंगे और यहां के युवाओं के लिए काम करेंगे. संसद भवन देश के कानून का मंदिर है. यहां हम देश के गरीब, कमोजर, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के मुद्दे उठाते हैं.”
जालौन से समाजवादी पार्टी सांसद नारायण दास अहिरवार ने कहा कि वे अपने क्षेत्र के मुद्दों पर विशेष ध्यान देंगे. उन्होंने बताया, “हमारा बुंदेलखंड इलाका विकास के मामले में बहुत पिछड़ा है. इस इलाके के मुद्दों को संसद में रखा जाएगा और समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा.”
एक सांसद ने बताया कि “हम जिन्हें टीवी पर देखते थे, अब वे हमारे समाने बैठे हैं. देश के लिए कुछ कर गुजरने का जो जज्बा होता है, वह यहां आकर और बढ़ जाता है.”
सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद का तो कुछ अलग ही अनुभव रहा. वे बताते हैं, “संसद में जब राष्ट्रगान हुआ तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए. उस पल के बारे में तो मैं कुछ कह ही नहीं सकता. मुझे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम करना है. इसकी तैयारी कर रहा हूं.”
हाथरस लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद अनूप वाल्मीकी कहते हैं, “मुझे जनता जनार्दन की वजह से अपने इलाके की विधानसभा क्षेत्र में काम करने का मौका मिला. लेकिन देश के सबसे बड़े सदन में पहुंच कर अलग ही अनुभूति हो रही है. मैं अपने क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा विकास के लिए काम करूंगा.”
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 16:32 IST