Ground Report: ‘तीन प्रत्याशियों में होगी टक्कर’…सलूंबर उपचुनाव को लेकर जनता की राय, किसके सिर होगा सत्ता का ताज?

जैसलमेर:- सलूंबर राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर आगामी 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. इन सात सीटों में से एक सीट उदयपुर की सलूंबर सीट भी है. भाजपा का गढ़ कहे जाने वाली इस सीट पर अबकी बार चुनावी चौसर नए रंगों के साथ बिखरा है और मुकाबला रौचक नजर आ रहा है. सलूंबर में भाजपा, कांग्रेस और बाप पार्टी के मध्य त्रिकोणिय संघर्ष है. भाजपा ने जहां दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी पर दांव खेला है, तो वहीं कांग्रेस ने महिला के सामने महिला प्रत्याशी को खड़ा करते हुए 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बागी रहकर चुनाव लड़ चुकी रेशमा मीणा पर विश्वास जताया है. बाप पार्टी ने 2023 के विधानसभा प्रत्याशी जीतेश कटारा को एक बार फिर सलूंबर के चुनावी मैदान में खड़ा कर दिया है.
सलूंबर में विधायक और सांसद रह चुके कांग्रेस के रघुवीर सिंह मीणा का टिकट काटकर रेशमा मीणा को टिकट देने से जहां रघुवीर सिंह मीणा नाराज नजर आ रहे हैं, तो वहीं भाजपा में नरेश मीणा लंबे समय से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे. दिवंगत विधायक शांता देवी को टिकट मिलने के बाद नरेश मीणा और उनके समर्थक एक बार तो नाराज नजर आए, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात के बाद उन्होंने बाहरी तौर पर शांता देवी को समर्थन कर दिया है.
लोगों ने उम्मीदवार को लेकर कही ये बातलोकल 18 ने जब विधानसभा में लोगों से बात की, तो कई लोग भाजपा के इस फैसले को गलत बताते हुए नरेश मीणा को मजबूत दावेदार बता रहे थे. लोगों का कहना था कि शांता देवी ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं, तो वह उनके काम नहीं करवा पाएंगी और सत्ता की चाभी किसी और हाथों में रहेगी. बता दें कि शांता देवी सरपंच चुनाव में 10वीं की फर्जी डिग्री लगाने से सुर्खियों में रही थी और इसके लिए उनके पति अमृतलाल मीना 11 दिन के लिए जेल भी जा चुके हैं. वहीं क्षेत्र में शांता देवी के लिए सहानुभूति लहर भी है.
जनता ने कहा- ‘बदलाव की उम्मीद’बाप पार्टी के प्रत्याशी जीतेश कटारा सलूंबर में पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूती से चुनाव लड़ते नजर आ रहे हैं और क्षेत्र में भारतीय आदिवासी पार्टी का जनाधार भी लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. जीतेश कटारा की नामांकन सभा में उमड़ी भीड़ ने सुर्खियां बटोरी थी, तो वहीं आदिवासी युवाओं में जीतेश कटारा का चेहरा बदलाव की उम्मीद लिए नजर आ रहा है. जीतेश कटारा को साल 2023 के विधानसभा चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी ने सलूंबर सीट से ही उम्मीदवार बनाया था. इस चुनाव में जीतेश को 51691 वोट मिलने के साथ वह तीसरा स्थान मिला था. जबकि बीजेपी के अमृतलाल मीणा पहले स्थान और कांग्रेस के रघुवीर सिंह मीणा दूसरे स्थान पर रहे थे.
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जनता की राय, दिया ये रुझानLocal 18 ने सलूंबर से चुनावी मैदान में खड़े प्रत्याशियों और मुद्दों के बारे में जनता की राय जानना चाहा, तो लोगों ने तीनों ही प्रत्याशियों को मजबूत बताया. लेकिन अधिकतर लोगों के रुझान भाजपा के पक्ष में नजर आए, जिसका महत्वपूर्ण कारण अमृतलाल मीणा द्वारा सलूंबर में करवाए गए विकास कार्य के साथ ही अमृतलाल मीणा की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी के प्रति सहानुभूति भी है. कांग्रेस और बाप द्वारा साथ चुनाव न लड़कर अलग-अलग प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में खड़ा करना, दोनों ही पार्टियों के वोटों पर प्रभाव डालेगा. वहीं बीजेपी के परंपरागत वोटों में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा.
लोग क्षेत्र के विकास के लिए सत्ता के साथ रहना पसंद कर रहे हैं, तो वहीं क्षेत्र में पानी, सड़क और आदिवासियों के लिए जल, जंगल, जमीन का मुद्दा हावी है. सलूंबर में सत्ता की चाभी किसके हाथ होगी, इसका फैसला तो आगामी 29 नवंबर के परिणामों से ही होगा. लेकिन फिलहाल जनता की उम्मीदें और मुद्दे इस उपचुनाव को और भी अहम बना रहे हैं. 13 नवंबर मतदान के साथ ही सलूंबर की जनता इसका फैसला करेगी .
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FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 15:55 IST