हाल-ए-एजुकेशन सिटी! इस स्कूल में न तो शौचालय न ही बिजली-पानी की व्यवस्था, कैसे संवरे नौनिहालों का भविष्य

कोटा. शिक्षा की अलख जगाने के लिए सरकार कितनी संजीदा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोटा के बारडा बस्ती में संचालित यह सरकारी स्कूल यूआईटी की दुकानों में संचालित है. छात्र-छात्राओं के लिए ना पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही इस भीषण गर्मी में बिजली की और ना ही शौचालय. यहां पानी पीने के लिए यहां के एक वार्ड पार्षद पानी का टैंकर भिजवाते हैं. ग्रामीण अंचल व गरीब तबके के दो दर्जन से अधिक छात्र और छात्राएं इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. लेकिन यूआईटी की दुकानों में संचालित इस स्कूल में व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है.
एक से तीन क्लास तक संचालित हो रहे स्कूल को सड़क पर चलाया जा रहा है. भीषण गर्मी के चलते छात्र और छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षा मंत्री के गृह जिले में यह स्कूल सड़क पर संचालित हो रहा है.
प्राइमरी स्कूल के अध्यापक राधेश्याम वर्मा ने बताया कि यह स्कूल एक बस्ती में संचालित हो रहा है जो की कक्षा एक से कक्षा तीन तक का है. यहां पर दो अध्यापक लगाए गए हैं यह स्कूल यूआईटी की 6 दुकानों में संचालित हैं. बच्चों के लिए यहां पीने के पानी के लिए वार्ड पार्षद टैंकर भेज देते हैं. इन दुकानों में इस गर्मी में कोई बिजली की सुविधा नहीं है. हमने लेटर भी ऊपर के अधिकारियों को दिया हुआ है यहां पर दो दर्जन से अधिक बच्चे पढ़ते हैं. यह सभी बच्चे कच्ची बस्ती में निवास करते हैं उनके माता-पिता मजदूरी पर जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 15:24 IST